क्या 'लाडकी बहन योजना' महाराष्ट्र में बंद नहीं होगी? एकनाथ शिंदे का बयान

सारांश
Key Takeaways
- लाडकी बहन योजना बंद नहीं होगी।
- एकनाथ शिंदे ने वादों को निभाने का आश्वासन दिया।
- विपक्ष की आलोचना का सामना किया।
- किसानों की कर्जमाफी का वादा निभाने पर जोर।
- सरकार शब्द निभाने वाली है।
अकोला, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अकोला शहर में पहुंचे, जहां आदिवासी दिवस के अवसर पर एक विशाल रैली का आयोजन हुआ। इस रैली में एकनाथ शिंदे ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
इस मौके पर उन्होंने आदिवासी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि जब शिवसेना ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया, तब हमने इस राज्य में सरकार का गठन किया और सत्ता में बदलाव लाया। विपक्षी दलों ने हमारी आलोचना करते हुए कहा था कि वे एक भी विधायक को नहीं जीतने देंगे, लेकिन उन्होंने 100 सीटों पर चुनाव लड़ा और केवल 20 विधायक ही जीते। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना ही उन पर निशाना साधा।
रक्षाबंधन के अवसर पर अकोला में आयोजित आदिवासी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि लाडकी बहन योजना को बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने इसे चुनावी जुमला करार दिया था, लेकिन अब चाहे विपक्ष कितनी भी अफवाहें फैलाए, लाडकी बहन योजना जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि हम अपने किए गए वादों को पूरा करेंगे। किसानों की कर्जमाफी जैसे वादों को हम निभाएंगे। यह सरकार शब्द निभाने वाली है, न कि शब्द देने वाली। शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम वादों से पलटने के लिए प्रिंटिंग मिस्टेक का बहाना नहीं बनाएंगे।
हाल ही में, एकनाथ शिंदे ने संसद के मानसून सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ उनका परिवार भी मौजूद था। उन्होंने प्रधानमंत्री को शॉल, पुष्पगुच्छ और भगवान शिवशंकर की एक छवि भेंट की।