क्या सीडब्ल्यूसी की बैठक जनता को गुमराह करने के लिए थी? : राजके पुरोहित

सारांश
Key Takeaways
- राजके पुरोहित ने सीडब्ल्यूसी की बैठक को दिखावा
- बिहार में चुनावों के मद्देनजर बैठक का आयोजन
- कांग्रेस के नेताओं की संख्या में कमी
- राहुल गांधी की प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा
- विपक्ष की सोच और आजम खान की रिहाई पर टिप्पणी
मुंबई, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजके पुरोहित ने कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की पटना में आयोजित बैठक पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने इसे दिखावा करार देते हुए जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।
राजके पुरोहित ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "भाजपा की वर्किंग कमेटी की बैठकें, कोर कमेटी की बैठकें और आरएसएस की बैठकें होती हैं। उन्हें लगा कि हम पिछड़ रहे हैं और हमें कुछ नया करना चाहिए, जनता और मीडिया को गुमराह करने के लिए यह बैठक की गई है।"
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में चुनाव होने वाले हैं, और इसी कारण इस तरह की बैठक का आयोजन वहां किया गया है। कांग्रेस के नेता तो रोज मिलते हैं; इनको बैठक करने की क्या आवश्यकता है? कांग्रेस में अब तो कुछ ही नेता बचे हुए हैं।
पुरोहित ने कहा, "राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ही कांग्रेस पार्टी हैं। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। मल्लिकार्जुन खड़गे को अब राजनीति छोड़ देनी चाहिए।"
राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर पूर्व मंत्री ने कहा, "हर किसी को सपने देखने का अधिकार है। यहां लोकतंत्र है; कोई कुछ भी बोल सकता है। अगर राहुल गांधी खुद को देश का प्रधानमंत्री मानते हैं, तो उन्हें कौन रोक सकता है? सवाल यह है कि क्या कांग्रेस ऐसा करने के योग्य है?"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को कथित तौर पर अपशब्द बोलने के सवाल पर पुरोहित ने कहा कि यह विपक्ष की सोच को दर्शाता है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति में इस तरह के शब्द कहे गए। विपक्ष अपनी पार्टी को संभाले, नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब अपनी ही पार्टी के लोग आपकी मां को गाली देंगे।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की रिहाई पर राजके पुरोहित ने कहा कि आजम खान बड़े अपराधी हैं। उन पर २५० से ज्यादा मुकदमे हैं। जिस तरह से वे जेल से बाहर आ गए हैं, अब कोई भी बाहर आ सकता है।