क्या दरभंगा की घटना को मुद्दा बनाकर भाजपा वोट मांग रही है?: मृत्युंजय तिवारी

सारांश
Key Takeaways
- राजद के प्रवक्ता का आरोप है कि भाजपा दरभंगा की घटना का लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
- अशोभनीय भाषा का उपयोग राजनीति में नहीं होना चाहिए।
- चुनाव आयोग को दो वोटर कार्ड के मामले में स्पष्टता देनी चाहिए।
पटना, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में वोट जुटाने के लिए दरभंगा की घटना को एक मुद्दा बनाया जा रहा है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में स्वीकार किया कि पीएम मोदी के खिलाफ दरभंगा जिले में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान जो भाषा का उपयोग किया गया, उसे सही नहीं ठहराया जा सकता। ऐसे शब्दों का प्रयोग बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। उनका कहना है कि जिसने भी इस तरह की भाषा का उपयोग किया, उसे कठोर दंड मिलना चाहिए। लेकिन भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।
तिवारी ने आगे कहा कि एक ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे पीएम मोदी के खिलाफ अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करने वाला व्यक्ति राजद-कांग्रेस का समर्थक है, जबकि ऐसा नहीं है। पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और जो भी कानूनी कार्रवाई होगी, वह कानून के अनुसार होगी। जिस मंच पर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया, वहां राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मौजूद नहीं थे।
उन्होंने यह भी कहा कि 'वोटर अधिकार यात्रा' से भाजपा और एनडीए डर गए हैं। इस 16-दिन की यात्रा में बिहार की जनता का जबरदस्त समर्थन मिला है। जिस भाषा का मुद्दा आज उठाया जा रहा है, उस पर भाजपा के नेताओं को भी सोचने की जरूरत है जब वे दूसरों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा पर दो वोटर आईडी रखने के आरोपों पर तिवारी ने कहा कि कई भाजपा नेताओं के पास भी दो वोटर कार्ड पाए गए हैं। यदि किसी के पास दो कार्ड हैं, तो यह चुनाव आयोग की कमी है। चुनाव आयोग को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। तेजस्वी यादव के दो कार्ड सामने आए तो सत्ता पक्ष ने शोर मचाया, जबकि बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के पास भी दो वोटर नंबर मिले हैं। चुनाव आयोग ही इस पर सही जवाब दे सकती है।
उन्होंने जीएसटी काउंसिल की बैठक पर कहा कि निर्णय आने के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकेगा। देखते हैं कि दीपावली के लिए भारत के लोगों को क्या उपहार मिलता है।
राजद नेता ने नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग पर कहा कि यह उनकी पुरानी मांग है। इस पर विचार किया जाना चाहिए। चाहे वह दिल्ली हो या जम्मू-कश्मीर, पूर्ण राज्य के दर्जे की दरकार है। केंद्र सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।