क्या कंगना रनौत ने आरजेडी को महिला विरोधी बताया?

सारांश
Key Takeaways
- महिला विरोधी पार्टियों का राजनीतिक प्रभाव
- कंगना रनौत का स्पष्ट बयान
- महिलाओं के सम्मान की आवश्यकता
- राजनीतिक संस्कृति में बदलाव की जरूरत
- सकारात्मक बदलाव के लिए जागरूकता
मुंबई, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियाँ की गई थीं। इस मुद्दे ने राजनीतिक गलियारों में बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है और भाजपा तथा एनडीए के घटक दलों द्वारा विपक्षी दलों से इस पर स्पष्टीकरण की मांग की जा रही है।
इस पर भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में ऐसे लोगों की आलोचना की और महिला विरोधी पार्टियों को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब बिहार में राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कुछ व्यक्तियों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। इस पर कंगना रनौत ने कहा, "पीएम मोदी के खिलाफ की गई यह अपमानजनक टिप्पणी देश की सभी महिलाओं के मुंह पर एक तमाचा है, इसे सहन नहीं किया जा सकता। पीएम की मां ने कभी सरकारी सुविधाएं नहीं ली और सादा जीवन जीया, इस पर ऐसी सोच रखना इन पार्टियों की महिलाओं के प्रति विचारधारा को दर्शाता है। सोचिए, वे आम महिलाओं के बारे में क्या सोचते होंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "आरजेडी एक महिला विरोधी पार्टी है। उनके नजरिए में महिलाओं की कोई इज्जत नहीं है। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए। मेरे साथ अतीत में जो हुआ, वह मुझे आज भी कष्ट देता है। ऐसे लोग महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियाँ करते रहते हैं। उन्हें महिलाएं वोट नहीं देती, इसलिए वे ऐसा करते हैं। देश की महिलाएं आज पीड़ा में हैं। सोचिए, अगर ये सत्ता में आए, तो महिलाओं का क्या होगा। ऐसी महिला विरोधी पार्टियों को जड़ से समाप्त कर देना चाहिए।"
कंगना से पहले राजद नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि किसी की मां के लिए अपशब्द कहना उचित नहीं है और यह भारतीय संस्कारों का हिस्सा नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं का इतिहास महिलाओं का अपमान करने और विपक्षी नेताओं पर अपमानजनक टिप्पणियाँ करने से भरा रहा है। प्रज्वल रेवन्ना के प्रचार में खुद पीएम मोदी गए। इससे पहले सोनिया गांधी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया और नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाए गए।