क्या दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई 380 के पार जा रहा है? ग्रेड-4 नियम में और सख्ती क्यों?

Click to start listening
क्या दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई 380 के पार जा रहा है? ग्रेड-4 नियम में और सख्ती क्यों?

सारांश

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण एक्यूआई 380 के पार जा चुका है। ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान में बदलाव किया गया है, जिससे नई पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा। क्या हम इस संकट से निकल पाएंगे?

Key Takeaways

  • दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में वृद्धि हो रही है।
  • एक्यूआई 380 के पार जा चुका है।
  • ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान में बदलाव किया गया है।
  • सरकार ने नए उपायों की घोषणा की है।
  • सभी को मिलकर इस समस्या का सामना करना होगा।

नई दिल्ली, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, रविवार को दिल्ली-एनसीआर की हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही, और एवरेज एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 380 तक पहुँच गया।

सुबह 7:15 बजे, जहांगीरपुरी में एक्यूआई 438 रिकॉर्ड किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है, वहीं बवाना में 431, आनंद विहार में 427 और अशोक विहार में 421 पर भी गंभीर प्रदूषण स्तर देखा गया।

एनसीआर क्षेत्र में, नोएडा की एयर क्वालिटी 396 के एक्यूआई के साथ गंभीर सीमा से थोड़ा नीचे रही। ग्रेटर नोएडा में 380 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है, जबकि गाजियाबाद में 426 का एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया, जो गंभीर श्रेणी में है।

गुरुग्राम और फरीदाबाद का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा, जहाँ एक्यूआई क्रमशः 286 और 228 रहा, जो दोनों 'खराब' रेंज में आते हैं।

बढ़ते प्रदूषण के बीच, एनसीआर और आस-पास के क्षेत्रों के लिए एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन ने शनिवार को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान में बदलाव किया।

एक प्रेस रिलीज में, सीएक्यूएम ने कहा कि जो उपाय पहले ग्रेप स्टेज 4 के तहत 'गंभीर' श्रेणी के लिए आरक्षित थे, उन्हें अब स्टेज 3 में लागू किया जाएगा।

इन कदमों में डीजल जनरेटर के उपयोग को कम करने के लिए निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना, ट्रैफिक जाम वाले स्थानों पर अधिक लोग तैनात करना, मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रदूषण अलर्ट जारी करना, और सार्वजनिक परिवहन के लिए सीएनजी और इलेक्ट्रिक फ्लीट को बढ़ाना शामिल है।

पहले 'बहुत खराब' श्रेणी के लिए स्टेज 3 में रखे गए कई उपायों को अब स्टेज 2 में डाल दिया गया है। इनमें दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में सरकारी ऑफिसों के लिए काम के घंटे अलग-अलग करना शामिल है।

केंद्र इस क्षेत्र में अपने ऑफिसों के लिए समय अलग करने पर भी विचार कर सकता है।

पहले गंभीर एक्यूआई के दौरान स्टेज 4 के लिए जो पाबंदियां थीं, जैसे कि सार्वजनिक, नगरपालिका और निजी ऑफिसों को केवल 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ काम करने की अनुमति देना, अब स्टेज 3 में लागू होंगी।

इस बीच, दिल्ली सरकार ने प्राइवेट ऑफिसों को एहतियात के तौर पर 50 प्रतिशत ऑन-साइट स्टाफ के साथ काम करने और बाकी को घर से काम करने की निर्देश दिया है, क्योंकि राजधानी लगातार बिगड़ती एयर क्वालिटी से जूझ रही है।

Point of View

और बदलाव के साथ ही नागरिकों को भी अपनी भूमिका निभाने की जरूरत है। यह सामूहिक प्रयास ही इस संकट को हल कर सकता है।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) क्या है?
दिल्ली में एक्यूआई वर्तमान में 380 तक पहुंच गया है, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है।
ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान क्या है?
यह एक प्रबंधन योजना है, जिसका उद्देश्य प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करना है।
क्या उपाय किए जा रहे हैं?
डीजल जनरेटर के उपयोग को कम करने, ट्रैफिक प्रबंधन और सार्वजनिक परिवहन की सुविधा बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
Nation Press