क्या दिल्ली में लूट और छिनैती के खिलाफ चलाया गया अभियान सफल रहा?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में लूट और छिनैती का अभियान सफल रहा है।
- 37 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई।
- पुलिस ने महत्वपूर्ण सामान बरामद किया।
- अभियान से सुरक्षा का एहसास बढ़ा।
- जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के उत्तरी जिले में लूट, छिनैती और झपटमारी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने 17 अक्टूबर से 16 नवंबर तक एक महीने का विशेष अभियान चलाया।
इस दौरान जिले के प्रत्येक थाने में अलग-अलग टीमें बनाई गईं, जिनका मुख्य उद्देश्य पुरानी और नई छिनैती-लूट की घटनाओं को शीघ्र सुलझाना था। साथ ही, रात-दिन गश्त बढ़ाई गई और संवेदनशील इलाकों में अचानक चेकिंग की गई, ताकि नागरिकों को पुलिस की मौजूदगी का एहसास हो सके।
पुलिस के अनुसार, अभियान का परिणाम सकारात्मक रहा। कुल 19 बड़े मामले सुलझाए गए और 32 अपराधियों के अलावा 5 नाबालिग अपराधी (सीसीएल) सहित कुल 37 लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें चोरी का सामान खरीदने वाला एक रिसीवर भी शामिल है। पुलिस ने अपराधियों से 30 ग्राम सोना, 13 मोबाइल फोन, 6 बाइक, 2 स्कूटी, 1 ई-रिक्शा, चाकू और लोहे की रॉड जैसी वस्तुएं बरामद कीं। ये सभी चीजें वारदातों में उपयोग की गई थीं।
इस अभियान में चांदनी चौक, कोतवाली, तिमारपुर, सब्जी मंडी, गुलाबी बाग, लाहौरी गेट, और सिविल लाइंस जैसे क्षेत्रों में हुई कई सनसनीखेज वारदातें सुलझी हैं। कोड़िया पुल के पास एक व्यक्ति से सोने की चेन, मोबाइल और हैंडबैग लूटा गया था। दोनों लुटेरे पकड़े गए। सब्जी मंडी में एक महिला की चेन छीनकर उन पर लाठी-डंडों से हमला किया गया था। पूरा गैंग पकड़ा गया। सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन के बाहर एक व्यक्ति का फोन छीना गया था, जिसे भी बरामद कर लिया गया। इसी तरह नया आईफोन 16 प्रो और कई महंगे फोन भी अपराधियों के पास से मिले।
उत्तरी जिले के डीसीपी जतिन नरवाल ने बताया कि अधिकांश अपराधी नशे की लत में ये वारदातें करते थे और कई पहले भी जेल जा चुके हैं। अभियान की सफलता से लोगों को राहत मिली है और अब भी छिनैती-लूट के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। आने वाले दिनों में ऐसे विशेष अभियान और तेजी से चलाए जाएंगे, ताकि दिल्ली की सड़कें और गलियां पूरी तरह सुरक्षित रहें।