क्या पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के प्रोटोकॉल को लेकर दिग्विजय ने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा?

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क्या पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के प्रोटोकॉल को लेकर दिग्विजय ने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा?

सारांश

क्या दिग्विजय सिंह ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के लिए प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर मध्य प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया? इस विवाद की गूंज राजधानी भोपाल तक पहुंच गई है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री ने एक महत्वपूर्ण पुस्तक विमोचन समारोह में गंभीर मुद्दे उठाए। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • दिग्विजय सिंह ने राज्य सरकार को प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए घेरा।
  • धनखड़ की उपस्थिति ने राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया।
  • राज्य मंत्री का न होना एक गंभीर मुद्दा है।
  • यह घटना मध्य प्रदेश की राजनीति में तनाव को दर्शाती है।
  • धनखड़ का राजनीतिक सफर और उनके योगदान पर ध्यान केंद्रित किया गया।

भोपाल, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एक पुस्तक विमोचन समारोह में भाग लेने के लिए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में थे। इस अवसर पर, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हवाई अड्डे पर उतरने के बाद राज्य सरकार की आलोचना की और इसे “खुला उल्लंघन” करार दिया।

धनखड़, जो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी और सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य की नई पुस्तक के विमोचन के लिए उपस्थित थे, ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

धनखड़ के भोपाल पहुँचने पर, दिग्विजय ने कहा कि यह अजीब है कि राजा भोज हवाई अड्डे पर उनका स्वागत करने के लिए कोई राज्य मंत्री नहीं गया।

मीडिया से बात करते हुए, दिग्विजय ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यसभा में भाजपा और आरएसएस के लिए एकतरफा लड़ाई लड़ने वाले धनखड़ का स्वागत नहीं किया गया। यह वीआईपी प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन है। मुख्यमंत्री (मोहन यादव) को व्यक्तिगत रूप से उनका स्वागत करना चाहिए था।

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उपराष्ट्रपति का पद कोई साधारण नहीं होता। यदि धनखड़ उस पद के योग्य नहीं थे, तो उन्हें इतना प्रतिष्ठित पद क्यों दिया गया?

दिग्विजय ने यह भी कहा कि उन्होंने धनखड़ से मिलने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन उन्हें पूर्व उपराष्ट्रपति से मिलने की अनुमति नहीं दी गई।

उन्होंने कहा कि मेरी सहानुभूति धनखड़ के साथ है, क्योंकि वे एक प्रमुख किसान नेता और उच्च सदन के पूर्व सभापति हैं।

स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण जुलाई 2025 में उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद, जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को भोपाल में एक पुस्तक विमोचन समारोह में अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज की।

धनखड़, जिन्होंने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से पद छोड़ दिया था, ने आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी मनमोहन वैद्य द्वारा लिखित पुस्तक “हम और यह विश्व” का विमोचन किया।

Point of View

जबकि धनखड़ को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक व्यक्ति के रूप में देखा जाता है। यह मामला न केवल प्रोटोकॉल का उल्लंघन है, बल्कि यह मध्य प्रदेश की राजनीति में गहरी जड़ें रखता है।
NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

जगदीप धनखड़ कौन हैं?
जगदीप धनखड़ पूर्व उपराष्ट्रपति और प्रमुख किसान नेता हैं।
दिग्विजय सिंह का आरोप क्या है?
दिग्विजय सिंह ने धनखड़ के लिए प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की।
यह विवाद क्यों महत्वपूर्ण है?
यह विवाद मध्य प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करता है।
धनखड़ की पुस्तक का नाम क्या है?
धनखड़ ने 'हम और यह विश्व' पुस्तक का विमोचन किया।
यह घटना कब हुई?
यह घटना 21 नवंबर को भोपाल में हुई।
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