क्या दिल्ली सरकार अस्पतालों की बिस्तर क्षमता बढ़ाने जा रही है?

सारांश
Key Takeaways
- बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- विशेष स्वास्थ्य सेवाएं जल्द शुरू होंगी।
- अधूरे अस्पतालों का निर्माण तेजी से होगा।
- आईसीयू को सुपर-स्पेशलिटी केंद्रों में अपग्रेड किया जाएगा।
- हर विधानसभा क्षेत्र में आरोग्य मंदिरों की स्थापना की जाएगी।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली सरकार राजधानी के सभी अस्पतालों को उन्नत बनाने और बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली के कई अस्पतालों में जल्द ही विशेष स्वास्थ्य सेवाएं शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने की प्रक्रिया भी शीघ्र प्रारंभ होगी।
सीएम रेखा गुप्ता ने आज दिल्ली सचिवालय में शहर में चल रहे अतिरिक्त निर्माण कार्यों और नए अस्पतालों के विकास की प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक की। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव धर्मेंद्र और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने संतोष जाहिर किया कि अधूरे अस्पतालों के निर्माण के साथ-साथ मौजूदा अस्पतालों में विभिन्न उपचारों के लिए अतिरिक्त वार्डों का निर्माण तेजी से हो रहा है। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अस्पतालों का निर्माण कार्य समय पर पूरा हो।
उन्होंने यह भी कहा कि आईसीयू को सुपर-स्पेशलिटी केंद्रों में अपग्रेड किया जा रहा है, वहां सभी आवश्यक सुविधाओं का प्रावधान किया जाए और निरंतर निगरानी रखी जाए।
स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे के विस्तार पर बात करते हुए रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। निर्माणाधीन अस्पतालों के समय पर पूरा होने से बिस्तरों की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिसका दिल्लीवासियों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार का स्पष्ट दृष्टिकोण न केवल बिस्तरों की संख्या बढ़ाना है, बल्कि लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान करना है।"
बैठक के दौरान रेखा गुप्ता ने अधिकारियों को सभी स्वीकृत आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के लिए स्थलों की पहचान और संचालन में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि यह प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी हो सके।
उन्होंने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 15 आरोग्य मंदिरों को चालू करने के सरकार के लक्ष्य को दोहराया। भूमि अधिग्रहण को सुगम बनाने के लिए उन्होंने अधिकारियों को स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ समन्वय करके उपयुक्त भूखंडों की पहचान करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज परिसर में अतिक्रमण हटाने और सर्वेक्षण कार्य की स्थिति की भी समीक्षा की और समय पर कार्रवाई के निर्देश जारी किए।