क्या आप घर पर वेज सूप पाउडर बना सकते हैं? हर सिप में स्वाद और सेहत!
सारांश
Key Takeaways
- घर पर वेज सूप पाउडर बनाना आसान है।
- यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
- सर्दियों में इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- पोषण से भरपूर सब्जियों का उपयोग करें।
- बाजार के सूप पाउडर से बचें।
नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में हमारे शरीर को एक ऐसा पौष्टिक और गर्म भोजन चाहिए, जो हल्का हो। ऐसे में वेजिटेबल सूप एक बेहतरीन विकल्प है। यह न केवल शरीर को गर्माहट प्रदान करता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है, पाचन को सही रखता है और ताजगी से भर देता है। बाजार में मिलने वाले सूप पाउडर में अकसर मैदा, एमएसजी, प्रिजर्वेटिव और कृत्रिम फ्लेवर होते हैं, जो किसी के लिए भी स्वास्थ्यकर नहीं होते। इसलिए, घर पर वेज सूप पाउडर बनाना सबसे अच्छा और सुरक्षित तरीका है।
घर पर सूप पाउडर बनाने के लिए, सबसे पहले सात पौष्टिक सब्जियाँ (गाजर, टमाटर, चुकंदर, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, मटर और अदरक) लें। ये सब्जियाँ विटामिन ए, सी, के और आयरन से भरपूर होती हैं, जो सर्दियों में इम्यूनिटी को मज़बूत करती हैं। इन्हें भाप में या हल्की उबाल में पकाएं ताकि पोषक तत्व न खोएं। फिर सब्जियों को पूरी तरह सुखाकर बारीक पीस लें। आप चाहें तो इसमें काली मिर्च, हल्दी, अजवाइन और सेंधा नमक भी मिला सकते हैं। यह पाउडर न केवल स्वाद बढ़ाता है, बल्कि गर्माहट और औषधीय गुण भी प्रदान करता है।
इस बारीक चूर्ण को एयर-टाइट जार में रखें, यह 3-4 महीने तक खराब नहीं होगा। सूप बनाने के लिए एक बड़ा चम्मच पाउडर लें, एक कप गर्म पानी डालें और थोड़ा घी या मक्खन मिलाएं। बस 2 मिनट में हेल्दी, गर्म और पौष्टिक सूप तैयार है। यह बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए हल्का और सुपाच्य विकल्प है।
इस सूप के कई फायदे हैं। यह पाचन को संतुलित करता है और ब्लोटिंग या भारीपन को कम करता है। विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन इम्यूनिटी को तुरंत बूस्ट करते हैं। गर्माहट देने वाली सब्जियां और मसाले शरीर में रक्त संचार तेज करते हैं और सर्दियों की जकड़न को कम करते हैं। यह हल्का, हाई-फाइबर और लो-कैलोरी होने के कारण वजन को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है।
सर्दियों में लोग अक्सर पानी कम पीते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। यह सिरदर्द, थकान, त्वचा की रूखापन, पेशाब का गहरा रंग और कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं विशेष रूप से संवेदनशील होती हैं। हल्की सावधानी जैसे कि गुनगुना पानी पीना, दिनभर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी लेना और सूप या हर्बल ड्रिंक का सेवन करना शरीर को हाइड्रेट रखता है।