क्या गुजरात के भावनगर में पैथोलॉजी लैब में आग लगने से नुकसान हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- स्थानीय लोगों ने आग लगने पर तत्परता दिखाई।
- फायर ब्रिगेड ने समय पर आग पर काबू पाया।
- 19 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
- आग का कारण जांच के अधीन है।
- इस घटना ने अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
भावनगर, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के भावनगर के काला नाला क्षेत्र में स्थित एक पैथोलॉजी लैब में बुधवार को आग लग गई, जिसे समय रहते स्थानीय निवासियों और फायर ब्रिगेड ने नियंत्रित कर लिया।
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 9 बजे अचानक आग लगने की घटना हुई। आग देव पैथोलॉजी लैब में लगी थी, जो धीरे-धीरे पूरे कॉम्प्लेक्स में फैल गई, जिसमें 10-15 अस्पताल, दुकानें और ऑफिस शामिल हैं। आग लगने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए आगे आए और बच्चों और बुजुर्गों को बचाने में जुट गए। इसके बाद फायर ब्रिगेड को आग लगने की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया।
फायर टीमों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से शीशा तोड़कर करीब 19 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला। इनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे। इस बीच, 5 फायरफाइटर और 50 से अधिक कर्मचारी आग बुझाने में लगे रहे।
भावनगर फायर डिपार्टमेंट के अधिकारी प्रद्युम्न सिंह के अनुसार, आग पहले बिल्डिंग के ब्रेजियर में लगी थी, जो तेजी से पूरे भवन में फैल गई। इस घटना में किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन धुएं के कारण हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है।
भावनगर कमिश्नर एनवी मीणा ने बताया कि आग ग्राउंड फ्लोर पर कचरे में लगी थी, जिससे पूरे भवन में धुआं फैल गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है, और उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन इसने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि आग लगने से इमारत धुएं से भर गई, जबकि 20 से अधिक मरीजों को दमकल टीम ने बचा लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए 25 से अधिक एम्बुलेंस भी तैनात की गईं। इस इमारत में बच्चों के अस्पतालों समेत कई अस्पताल संचालित हैं।