क्या गुजरात में भारी बारिश का कहर जारी रहेगा?

सारांश
Key Takeaways
- गुजरात के 159 तालुकों में भारी बारिश।
- जलजमाव से स्थिति गंभीर।
- मौसम विभाग की चेतावनी जारी।
- राज्य सरकार ने आपातकालीन उपाय किए।
- एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती।
अहमदाबाद, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात में मानसून ने पिछले 24 घंटों में भयंकर तबाही मचाई है। राज्य के 159 तालुकों में हल्की से भारी बारिश हुई है, जिससे कई स्थानों पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है।
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, जामनगर के जोडिया में सर्वाधिक 7.17 इंच बारिश दर्ज की गई, इसके बाद मेन्दरदा (5.7 इंच), अमीरगढ़ (5.0 इंच), केशोद (4.9 इंच), कलावड (4.6 इंच) और पालसाना (5.6 इंच) में भी भारी बारिश हुई है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आगामी कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है।
अमरेली, भावनगर, नवसारी, वलसाड, बोटाड, अरावली, महिसागर, दाहोद, वडोदरा, आनंद, भरूच और पंचमहल जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, बनासकांठा, साबरकांठा, तापी, सूरत, डांग, मेहसाणा, गांधीनगर, अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, राजकोट, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, छोटा उदेपुर और नर्मदा में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
24 जून को सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 16 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। अमरेली, भावनगर, नवसारी और वलसाड के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि राजकोट, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, वडोदरा, छोटा उदेपुर, पंचमहल और दाहोद के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
25 जून को अरावली, महिसागर, दाहोद, पंचमहल, छोटा उदेपुर, नवसारी, वलसाड, भावनगर और अमरेली के लिए ऑरेंज अलर्ट है। पोरबंदर, जूनागढ़, बोटाड, आनंद, अहमदाबाद, गांधीनगर और साबरकांठा में भी अच्छी बारिश हो सकती है। 26 से 28 जून तक पूरे गुजरात में गरज और बिजली के साथ मानसून का असर बना रहेगा।
राज्य सरकार ने स्थिति पर नज़र रखने और आपातकालीन तैयारियों को तेज कर दिया है। जिला प्रशासन को जलभराव, अचानक बाढ़ और परिवहन व बुनियादी ढांचे में व्यवधान के लिए अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की गई हैं, खासकर ऑरेंज और रेड अलर्ट वाले इलाकों में। कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय हैं और स्थानीय प्रशासन को जल निकासी, बांधों के स्तर की निगरानी और जरूरत पड़ने पर निकासी के लिए निर्देशित किया गया है।
स्वास्थ्य, बिजली और जल आपूर्ति विभाग भी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार है।