क्या उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है? बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात का अलर्ट!

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क्या उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है? बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात का अलर्ट!

सारांश

उत्तर प्रदेश में मानसून का असर दिखने लगा है। इस रिपोर्ट में जानें, मौसम विभाग ने क्या चेतावनियाँ जारी की हैं और नागरिकों को क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए। बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात के कारण बढ़ती चिंता के बीच मौसम के आगामी बदलावों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

Key Takeaways

  • मानसून का आगमन उत्तर प्रदेश में हो चुका है।
  • बारिश, ओलावृष्टि और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है।
  • तापमान 38 डिग्री तक पहुंच सकता है।
  • किसानों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
  • नागरिकों को मौसम विभाग की सलाह का पालन करने की आवश्यकता है।

नई दिल्ली, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर भारत में मानसून ने प्रवेश कर लिया है और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में इसके प्रभाव स्पष्ट रूप से देखे जा रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 16 से 22 जून तक के लिए एक विस्तृत पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें लगातार बारिश, तेज हवाओं और वज्रपात की चेतावनी दी गई है। विशेषकर आज, 16 जून को मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ रहने वाला है।

मौसम विभाग के अनुसार, आज 16 जून को गरज-चमक के साथ तेज बारिश, आकाशीय बिजली और 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम 20 डिग्री के बीच रहेगा, जबकि नमी का स्तर 85 प्रतिशत तक पहुँच सकता है।

विभाग ने सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर में वज्रपात का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में ओलावृष्टि की संभावना भी है। गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ और बुलन्दशहर में भी बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे पेड़ों के नीचे खड़े न हों और बिजली के उपकरणों से दूरी बनाए रखें।

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में मौसम में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। 17-19 जून के बीच आसमान सामान्य रूप से बादलों से ढका रहेगा और रात में हल्की से मध्यम बारिश, वज्रपात और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। 20 जून को बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, लेकिन हवा की गति कम होकर 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की उम्मीद है। 21-22 जून को आंशिक राहत मिल सकती है, लेकिन गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी रहेगी।

तापमान फिर से 38 डिग्री तक पहुँच सकता है, जिससे उमस बढ़ेगी। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि खेतों में काम कर रहे किसानों को बारिश और बिजली चमकने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए। बच्चों और बुजुर्गों को बेवजह बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है। बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए खुले स्थानों में मोबाइल फोन या धातु की वस्तुओं का उपयोग न करें। आईएमडी की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड पर हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की सलाह का पालन करें और सुरक्षित रहें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि मौसम के इस बदलाव के कारण नागरिकों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। हमें मौसम विभाग की सलाह का पालन करना चाहिए और सावधान रहना चाहिए। यह समय है जब हम सभी को एकजुट होकर प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना चाहिए।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

उत्तर प्रदेश में बारिश का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर प्रदेश में बारिश का मुख्य कारण मानसून का आगमन है, जो उत्तर भारत में हर साल होता है।
क्या वज्रपात से बचने के लिए कोई उपाय हैं?
हां, वज्रपात से बचने के लिए पेड़ों के नीचे न खड़े हों और धातु की वस्तुओं से दूरी बनाएं।
ओलावृष्टि की चेतावनी क्यों दी गई है?
ओलावृष्टि की चेतावनी मौसम के अचानक बदलाव और तेज हवाओं के कारण दी गई है।
किसानों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
किसानों को बारिश और बिजली चमकने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए।
क्या 21-22 जून को मौसम में सुधार होगा?
21-22 जून को आंशिक राहत की उम्मीद है, लेकिन गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी रहेगी।