क्या गुजरात की बनासकांठा पुलिस ने नकली नोट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया?

Click to start listening
क्या गुजरात की बनासकांठा पुलिस ने नकली नोट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया?

सारांश

गुजरात के बनासकांठा में पुलिस ने एक नकली नोट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि मुख्य आरोपी फरार है। यह मामला एक बड़े संगठित नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जिससे पुलिस की जांच जारी है।

Key Takeaways

  • बनासकांठा पुलिस ने नकली नोट फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
  • दो आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार।
  • 39 लाख रुपए से अधिक के नकली नोट जब्त।
  • यह मामला संगठित अपराध से जुड़ा हो सकता है।
  • पुलिस ने विशेष टीमें गठित की हैं।

बनासकांठा, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात की बनासकांठा पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) ने दिसा तालुका के महादेविया गांव में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली भारतीय मुद्रा नोट बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।

देर रात की गई छापेमारी में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी फरार है। पुलिस ने मौके से 39 लाख रुपए से अधिक के नकली नोट, पांच प्रिंटर और नकली नोट बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए हैं।

एलसीबी को गुप्त सूचना मिली थी कि महादेविया गांव में रायमल सिंह परमार के खेत में बने एक तहखाने में नकली नोट छापे जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने देर रात छापा मारा और संजय सोनी और कौशिक श्रीमाली नाम के दो आरोपियों को हिरासत में लिया।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने 500 रुपए के नकली नोटों की भारी मात्रा बरामद की, जो इतने सटीक थे कि उनकी तुलना असली नोटों से की जा सकती थी। इसके साथ ही, नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाले पांच प्रिंटर और अन्य सामग्री भी जब्त की गई।

पुलिस के अनुसार, इस नकली नोट फैक्ट्री का मास्टरमाइंड संजय सोनी है, जिसके खिलाफ पहले से पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरा आरोपी कौशिक श्रीमाली भी इस गैरकानूनी गतिविधि में शामिल था।

तहखाना रायमल सिंह परमार के खेत में बना था, जो इस मामले का तीसरा आरोपी है और वर्तमान में फरार है। रायमल सिंह के खिलाफ जबरन वसूली और धोखाधड़ी सहित 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हाल ही में उसे हिरासत से रिहा किया गया था। पुलिस ने रायमल सिंह को पकड़ने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं।

बनासकांठा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रशांत सुम्बे ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने नकली नोट छापने की बात कबूल की है।

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि यह फैक्ट्री कब से चल रही थी, नकली नोट बनाने का सामान कहां और किससे मिलता था और इन नोटों को किसे सप्लाई किया जाता था। पुलिस को शक है कि यह एक बड़े संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।

पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संगठित अपराध संबंधी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। एसपी ने कहा, “हमें विश्वास है कि जल्द ही इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आएगी।”

Point of View

लेकिन इसे रोकने के लिए सतर्कता और कठोर कानूनों की आवश्यकता है। देश की आर्थिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, इस प्रकार के अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

बनासकांठा पुलिस ने कब और कहाँ छापेमारी की?
बनासकांठा पुलिस ने 5 सितंबर को महादेविया गांव में छापेमारी की।
कितने आरोपी गिरफ्तार हुए हैं?
इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि मुख्य आरोपी फरार है।
पुलिस ने कितने नकली नोट बरामद किए?
पुलिस ने 39 लाख रुपए से अधिक के नकली नोट बरामद किए।
क्या यह मामला एक बड़े संगठित नेटवर्क से जुड़ा है?
हाँ, पुलिस को शक है कि यह एक बड़े संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
पुलिस ने आगे की जांच के लिए क्या कदम उठाए हैं?
पुलिस ने विशेष टीमें गठित की हैं और इस मामले की जांच जारी है।