क्या हजारीबाग में विनोबा भावे विश्वविद्यालय में 'विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम' शुरू हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- युवाओं की सहभागिता को बढ़ावा देना
- 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना
- सामाजिक, आर्थिक और व्यावहारिक रूप से सक्षम बनाना
- माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण कराना
- विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम के माध्यम से प्रेरणा प्राप्त करना
हजारीबाग, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। इस दिशा में उन्होंने समाज के सभी वर्गों से सक्रिय भागीदारी की अपील की है।
इसी के अंतर्गत झारखंड के हजारीबाग में विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम युवा सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए है, जिसका उद्देश्य वाद-विवाद, युवा संसद, खुले संवाद, प्रस्तुति, शपथ ग्रहण और अभिनंदन गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाना है।
विनोबा भावे विश्वविद्यालय में भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के तहत कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। छात्रों को 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य के बारे में बताया जा रहा है कि कैसे भारत विकासशील से विकसित देश बनेगा। इसमें युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
नोडल पदाधिकारी डॉ. उमेंद्र ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह युवाओं को विकसित भारत 2047 कार्यक्रम से जोड़ने का एक प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत को विकसित बनाया जाए। देश ने आर्थिक मोर्चे पर कई प्रगति की है। यदि मानव संसाधन विकास में सुधार किया जाए और इसकी गति बढ़ाई जाए, तो निश्चित रूप से 2047 तक इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को युवा भारत से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही माई भारत पोर्टल पर पंजीकरण कराकर गतिविधियों में भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इससे छात्र सामाजिक, आर्थिक और व्यावहारिक रूप से सक्षम बनेंगे।
विनोबा भावे विश्वविद्यालय की छात्रा आरती मेहता ने कहा कि विकसित भारत युवा कनेक्ट कार्यक्रम से छात्र जुड़ रहे हैं। तीन महीने के इस कार्यक्रम से छात्र प्रेरित हो रहे हैं। यह विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक प्रयास है।
विनोबा भावे विश्वविद्यालय में 15 अगस्त 2025 से 15 अक्टूबर 2025 तक कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विश्वविद्यालय के युवाओं को 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रेरित करेगा।