क्या हिमाचल प्रदेश में बारिश से क्षतिग्रस्त फोरलेन और हाईवे फिर से बनाए जाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- हिमाचल प्रदेश में बारिश से फोरलेन और हाईवे को नुकसान हुआ है।
- केंद्र सरकार ने पुनर्निर्माण के लिए 264 करोड़ रुपए जारी किए हैं।
- अजय टम्टा ने निरीक्षण के दौरान पुनर्निर्माण का आश्वासन दिया।
- वर्तमान में एनएचएआई अधिकारी सड़कों की बहाली में लगे हुए हैं।
- 20 सितंबर तक मनाली तक सड़क को बहाल करने का लक्ष्य है।
मंडी, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने रविवार को कीतरपुर-मनाली फोरलेन का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि बारिश से क्षतिग्रस्त फोरलेन और हाईवे को पहले की तरह पुनर्निर्माण किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 264 करोड़ रुपए जारी किए हैं।
अजय टम्टा ने बताया कि बरसात के कारण हिमाचल प्रदेश में जो भी फोरलेन और नेशनल हाईवे को नुकसान हुआ है, उन्हें फिर से उसी हालत में तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2600 किमी एनएच हैं, जिसमें 785 किमी एनएचएआई के अधीन, जबकि 1200 किमी एनएच और 570 किमी बीआरओ के अधीन आते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के माध्यम से केंद्र सरकार को नुकसान की सारी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। जो भी डीपीआर बनकर आएंगी, उन्हें तुरंत मंजूरी देकर कार्यों को फिर से शुरू कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां हुए नुकसान को लेकर गंभीर हैं और इसकी पल-पल की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
अजय टम्टा ने आगे कहा कि कीतरपुर से मनाली तक का फोरलेन पर्यटन और सुरक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। यह मार्ग कुल्लू-मनाली होते हुए लाहौल-स्पीति और लेह को जोड़ने का कार्य करता है। यहां के नुकसान का संपूर्ण आंकलन किया जा रहा है। क्षेत्र में तैनात एनएचएआई के अधिकारी सड़कों की बहाली के कार्यों में दिन-रात जुटे हुए हैं। कीतरपुर से कुल्लू तक सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है और 20 सितंबर तक मनाली तक सड़क को हर हाल में बहाल किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान अजय टम्टा के साथ पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक, एनएचएआई के अधिकारी और मंडी जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। जयराम ठाकुर ने यहां हुए सारे नुकसान की विस्तृत जानकारी केंद्रीय राज्य मंत्री को प्रदान की।