क्या आस्था, सभ्यता और मानवता के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है?

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क्या आस्था, सभ्यता और मानवता के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है?

सारांश

आज का दिन अयोध्या के लिए ऐतिहासिक है, जब प्रधानमंत्री मोदी राम जन्मभूमि मंदिर पर भगवा ध्वज फहराने जा रहे हैं। यह घटना न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक महत्व भी रखती है। सीएम योगी के अनुसार, यह ध्वज मानवता की आत्मा और आस्था के प्रतीक के रूप में उभर रहा है।

Key Takeaways

  • भगवा ध्वज का आरोहण एक ऐतिहासिक घटना है।
  • यह आस्था और संस्कृति का प्रतीक है।
  • प्रधानमंत्री मोदी और डॉ. मोहन भागवत इस समारोह में मौजूद रहेंगे।
  • सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
  • इस ध्वज का निर्माण गुजरात में किया गया है।

नई दिल्ली, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर भव्य भगवा ध्वज फहराने वाले हैं। यह घटना भारत की सभ्यता के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में देखी जा रही है।

यह ध्वज फहराना मंदिर के निर्माण की पूर्णता का प्रतीक है। इसे पूरे देश में एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक क्षण माना जा रहा है।

सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "आस्था, सभ्यता और मानवता के इतिहास में आज एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर-कमलों से एवं आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत की गरिमामयी उपस्थिति में अयोध्या धाम में 'राष्ट्र मंदिर' श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भव्य भगवा ध्वज का आरोहण किया जाएगा।"

उन्होंने आगे कहा, "यह ध्वजारोहण मानवता की आत्मा का उद्घोष, सत्य की अजेयता, आस्था की अमरता और संस्कृति के पुनर्जागरण का जयघोष है। यह केवल एक पताका नहीं, बल्कि उस आत्मबल का प्रतीक है, जिसने हर युग में अधर्म के अंधकार को चीरकर धर्म के प्रकाश को अक्षुण्ण रखा। जय जय सियाराम।"

सीएम योगी ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, "सप्तपुरियों में श्रेष्ठ अयोध्या धाम में आज आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर-कमलों से भव्य भगवा ध्वज का आरोहण होने जा रहा है। सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण का यह दिव्य संदेश पूरे भारत में अदम्य आध्यात्मिक आत्मिक ऊर्जा का संचार कर रहा है। करोड़ों रामभक्तों की आस्था, तपस्या और प्रतीक्षा आज एक नए शिखर पर प्रतिष्ठित होने जा रही है। राष्ट्र आज राममय है, धर्ममय है।"

सीएम योगी ने अयोध्या आने वाले सभी संतों, धर्माचार्यों और रामभक्तों का स्वागत करते हुए लिखा, "सनातन गौरव की विराट तेजस्विता से आलोकित अयोध्या धाम में आयोजित भव्य भगवा ध्वज के आरोहण समारोह में देश-दुनिया से पधार रहे पूज्य संतों, धर्माचार्यों और सभी रामभक्तों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन।"

उन्होंने कहा, "आपकी गरिमामयी उपस्थिति राष्ट्र और धर्म के उत्थान व सांस्कृतिक पुनर्जागरण के हमारे संकल्पों को नई ऊर्जा प्रदान करती है।"

एक अन्य पोस्ट में सीएम योगी ने अयोध्या आने वाले सभी अतिथियों का भी स्वागत किया। उन्होंने लिखा, "श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर दिव्य-भव्य भगवा ध्वजारोहण के पावन उत्सव में साक्षी बनने हेतु पधार रहे सभी माननीय अतिथि गण एवं महानुभावों का सत्य, धर्म और करुणा के साकार स्वरूप मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की प्राणप्रिय नगरी अयोध्या धाम में हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन। जय श्री राम।"

राम मंदिर के लिए विशेष रूप से बनाया गया यह झंडा २२ फीट लंबा और ११ फीट चौड़ा है। इसे गुजरात के अहमदाबाद के एक पैराशूट स्पेशलिस्ट ने डिजाइन किया है। झंडे का वजन २ से ३ किलोग्राम के बीच है और इसे ऊंचाई पर टिकने के लिए डिजाइन किया गया है। यह आयोजन अयोध्या के आस-पास हो रहे सांस्कृतिक बदलाव में एक और मील का पत्थर है।

इस कार्यक्रम के मद्देनजर पूरे अयोध्या में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। साथ ही, अधिकारियों ने निर्देश दिया है कि समारोह में शामिल होने वाले किसी भी मेहमान को मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनने के लिए हजारों भक्तों, आध्यात्मिक गुरुओं और प्रसिद्ध लोगों के आने की उम्मीद है।

Point of View

बल्कि यह भारतीय संस्कृति और पहचान का प्रतीक भी है। राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण का यह चरण एक नई आशा और एकता का संदेश देता है। यह हमारे इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करता है।
NationPress
25/11/2025

Frequently Asked Questions

भगवा ध्वज का क्या महत्व है?
भगवा ध्वज भारतीय संस्कृति का प्रतीक है और इसे धार्मिक आस्था और सम्मान का प्रतिनिधित्व करता है।
क्या इस ध्वज का फहराना सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है?
नहीं, यह सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व भी रखता है, जो भारतीय समाज की एकता और विविधता को दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल होंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, डॉ. मोहन भागवत और कई संत-महात्मा इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
क्या अयोध्या में सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए हैं?
जी हां, पूरे अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं ताकि समारोह शांतिपूर्ण तरीके से हो सके।
यह ध्वज कब और कैसे बनाया गया?
यह ध्वज २२ फीट लंबा और ११ फीट चौड़ा है, जिसे गुजरात के एक विशेषज्ञ द्वारा डिजाइन किया गया है।
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