क्या भारत का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में 4 प्रतिशत बढ़ा, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का प्रदर्शन मजबूत रहा?

Click to start listening
क्या भारत का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में 4 प्रतिशत बढ़ा, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का प्रदर्शन मजबूत रहा?

सारांश

भारत का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में 4 प्रतिशत बढ़ा है, जो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है। यह आंकड़े सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत किए गए हैं। जानिए इस वृद्धि के पीछे की वजहें और अर्थव्यवस्था पर इसका असर।

Key Takeaways

  • सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर 4.8 प्रतिशत रही।
  • कैपिटल गुड्स का उत्पादन 4.7 प्रतिशत बढ़ा।
  • इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन सेक्टर की वृद्धि दर 10.2 प्रतिशत रही।
  • माइनिंग सेक्टर की वृद्धि दर -0.4 प्रतिशत रही।

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत का औद्योगिक उत्पादन इस वर्ष सितंबर में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4 प्रतिशत बढ़ा है। इसका मुख्य कारण मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्कृष्ट प्रदर्शन है। यह जानकारी सांख्यिकी मंत्रालय ने मंगलवार को साझा की।

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर अगस्त में भी 4 प्रतिशत रही थी। इससे पहले यह जुलाई में 3.5 प्रतिशत और जून में 1.5 प्रतिशत थी।

आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर 4.8 प्रतिशत रही, जबकि अगस्त में यह 3.8 प्रतिशत थी। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह देश के यूनिवर्सिटी और इंजीनियरिंग कॉलेज से स्नातक युवाओं को गुणवत्तापूर्ण रोजगार प्रदान करता है।

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 23 में से 13 उद्योग समूहों ने सितंबर में सकारात्मक वृद्धि दर प्राप्त की है। वृद्धि में शीर्ष तीन योगदानकर्ताओं में बेसिक मेटल्स का निर्माण, इलेक्ट्रिकल उपकरणों का निर्माण और मोटर वाहनों, ट्रेलरों और सेमी-ट्रेलरों का निर्माण शामिल हैं, जिनकी वृद्धि दर क्रमशः 12.3 प्रतिशत, 28.7 प्रतिशत और 14.6 प्रतिशत रही है।

इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन की वृद्धि दर सितंबर में 3.1 प्रतिशत रही है। हालांकि, माइनिंग सेक्टर का प्रदर्शन कमजोर रहा और इस दौरान वृद्धि दर -0.4 प्रतिशत रही।

पिछले महीने कैपिटल गुड्स का उत्पादन, जिसमें फैक्ट्रियों में उपयोग की जाने वाली मशीनें शामिल हैं, 4.7 प्रतिशत बढ़ा है। यह वृद्धि दर्शाती है कि अर्थव्यवस्था में निवेश तेजी से बढ़ रहा है और इसका नौकरियों और आय पर गुणात्मक प्रभाव पड़ता है।

कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे कि रेफ्रिजरेटर, एसी और टीवी के उत्पादन में इस महीने 10.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो यह दर्शाता है कि इन उत्पादों की बाजार मांग मजबूत बनी हुई है।

इसके अलावा, सरकार द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करने के कारण इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंस्ट्रक्शन सेक्टर की वृद्धि दर 10.2 प्रतिशत रही है।

Point of View

बल्कि यह भी संकेत करता है कि देश की अर्थव्यवस्था में स्थिरता आ रही है। यह भविष्य में रोजगार के अवसरों को भी बढ़ा सकता है।
NationPress
28/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत का औद्योगिक उत्पादन किस महीने में बढ़ा?
भारत का औद्योगिक उत्पादन सितंबर में बढ़ा है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर क्या थी?
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर सितंबर में 4.8 प्रतिशत रही।
कौन से उद्योग समूहों का योगदान सबसे अधिक था?
बेसिक मेटल्स, इलेक्ट्रिकल उपकरण और मोटर वाहनों के निर्माण ने सबसे अधिक योगदान दिया।
इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन की वृद्धि दर क्या थी?
इलेक्ट्रिसिटी उत्पादन की वृद्धि दर सितंबर में 3.1 प्रतिशत रही।
माइनिंग सेक्टर का प्रदर्शन कैसा रहा?
माइनिंग सेक्टर का प्रदर्शन कमजोर रहा, जिसकी वृद्धि दर -0.4 प्रतिशत रही।