क्या इंदौर के विजय नगर में इमारत के ढहने से 14 लोग घायल हुए?

सारांश
Key Takeaways
- 14 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है।
- बचाव कार्य जारी है और दो लोग मलबे में फंसे हुए हैं।
- स्थानीय प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं।
इंदौर, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। विजय नगर क्षेत्र में सोमवार शाम को एक व्यावसायिक इमारत अचानक ढह गई, जिसके परिणामस्वरूप 14 लोग घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद बचाव कार्य आरंभ किया गया।
इंदौर के पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार ने बताया कि हादसे के समय इमारत में 10 लोग फंसे थे, जिन्हें सुरक्षित निकालकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि बचाव कार्य अभी भी जारी है क्योंकि दो लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं।
यह घटना उस समय हुई जब एक बहुमंजिला इमारत का एक हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे वहां मौजूद लोग और राहगीर दहशत में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक जोरदार आवाज के साथ धूल और मलबे का गुबार उठ गया।
स्थानीय दुकानदार रमेश पटेल ने कहा कि यह बहुत डरावना था। लोग चिल्ला रहे थे और अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे। कुछ लोग मलबे में फंस गए थे।
बचाव अभियान देर रात तक जारी रहा। जीवित बचे लोगों को खोजने के लिए डॉग स्क्वायड और थर्मल इमेजिंग उपकरणों का उपयोग किया गया। प्रारंभिक रिपोर्टों में बताया गया कि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि 11 अन्य को मामूली से मध्यम चोटें आईं। सभी घायलों को एमवाई अस्पताल ले जाया गया, जहां तीन लोग अब भी आईसीयू में भर्ती हैं।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इमारत गिरने का कारण बिना अनुमति के संरचना में बदलाव या रखरखाव में लापरवाही हो सकता है।
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (पीडब्ल्यूडी) और इंदौर डेवलपमेंट अथॉरिटी (आईडीए) के अधिकारियों ने इमारत और उसके आस-पास की संपत्तियों का विस्तृत स्ट्रक्चरल ऑडिट शुरू कर दिया है।
इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा कारणों से इमारत को सील कर दिया गया है और आस-पास की इमारतों को खाली करा दिया गया है। इस घटना ने इंदौर जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में भवन नियमों के पालन पर बहस छेड़ दी है।
शहरी अधिकारियों ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी इमारत में कमजोरी दिखने पर स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।