क्या काशी विश्वनाथ धाम में प्लास्टिक पर प्रतिबंध का स्वागत किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- काशी विश्वनाथ धाम में प्लास्टिक का उपयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है।
- इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
- मंदिर प्रशासन ने जागरूकता अभियान चलाया है।
- श्रद्धालुओं और दुकानदारों ने इस पहल का स्वागत किया है।
- बिना प्लास्टिक के मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
वाराणसी, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। काशी विश्वनाथ धाम में सोमवार से प्लास्टिक का पूरी तरह से उपयोग समाप्त कर दिया गया। मंदिर प्रशासन ने पिछले दस दिनों से एक जागरूकता अभियान चलाया था, जिसमें मंदिर परिसर के मुख्य चौराहों गोदौलिया और मैदागिन पर डिजिटल, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट माध्यमों से लोगों को जागरूक किया गया।
प्लास्टिक पर रोक लगने से पहले, मंदिर प्रशासन ने प्रसाद की दुकानों पर बांस से बनी टोकरी और धातु के लोटे वितरित किए। इस पहल का स्थानीय दुकानदारों और श्रद्धालुओं ने स्वागत किया है।
मंदिर प्रशासन का मानना है कि यह कदम धार्मिक स्थल की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि काशी विश्वनाथ धाम को पूर्ण रूप से प्लास्टिक मुक्त बनाया जाएगा। इसके लिए समय-समय पर प्रयास किए गए। हमने जागरूकता अभियान चलाया, जहां पहले एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया, फिर पूरे सावन महीने में जागरूकता अभियान चलाए गए। विक्रेताओं से बात करके बोतलों और कटोरों जैसी प्लास्टिक की वस्तुओं के स्थान पर वैकल्पिक सामग्री पेश की गई और मुफ्त में वितरित की गई। भक्तों को प्रतिबंध का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
उन्होंने कहा कि सोमवार से प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दिया गया। हमने सभी दुकानदारों और सुरक्षा में लगे लोगों से मुलाकात की और इस बारे में जानकारी दी। अगर कोई भक्त प्लास्टिक लेकर आता है तो उसे मंदिर परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी। प्लास्टिक को कंटेनर में जमा करने की व्यवस्था है, उसके बाद भक्त बाबा का दर्शन कर सकेंगे। हमें उम्मीद है कि इस पहल में सभी का सहयोग मिलेगा।
श्रद्धालु आदित्य ने कहा कि यह एक बहुत अच्छी पहल है। मेरा मानना है कि इस पहल से काशी स्वच्छ होगी। यह मंदिर प्रशासन के साथ इस शहर के लिए भी एक अच्छी पहल है। मंदिर प्रशासन ने लोगों को जागरूक किया है कि वे प्लास्टिक का उपयोग न करें। हम इस पहल का स्वागत करते हैं।
दुकानदार राजकुमार सेठ ने कहा कि मंदिर प्रशासन की तरफ से यह एक सराहनीय कदम है, इसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं। प्लास्टिक बैन से पर्यावरण को संरक्षण मिलेगा और हमारा शहर स्वच्छ रहेगा। हम सभी भक्तों से इस पहल में सहयोग की अपील करते हैं।
श्रद्धालु प्रदीप सिंह ने कहा कि मंदिर प्रशासन द्वारा प्लास्टिक बैन होना एक अच्छी पहल है। ऐसा कदम उठाना बेहद जरूरी था। मैं सभी से अपील करूंगा कि वे कागज का इस्तेमाल करें। इस अभियान के साथ हम सभी को जुड़ना चाहिए और इसे बढ़ावा देना चाहिए।