क्या केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने स्वर्गीय पी.जी. बरुआ को श्रद्धांजलि अर्पित की?
सारांश
Key Takeaways
- प्रफुल्ल गोविंद बरुआ का पत्रकारिता क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान।
- केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल का शोक संतप्त परिवार के प्रति समर्थन।
- पत्रकारिता में नैतिकता और विश्वसनीयता का महत्व।
- द असम ट्रिब्यून की भूमिका लोकतंत्र में।
- पी.जी. बरुआ की विरासत का प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर।
गुवाहाटी, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को द असम ट्रिब्यून ग्रुप के चेयरमैन एमेरिटस स्वर्गीय प्रफुल्ल गोविंद बरुआ के निवास स्थान पर जाकर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की और परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया।
इस मौके पर बोलते हुए सर्बानंद सोनोवाल ने स्वर्गीय पी.जी. बरुआ को देश की पत्रकारिता जगत का एक महान व्यक्तित्व बताया। उन्होंने कहा कि पी.जी. बरुआ एक दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने अपने कुशल मार्गदर्शन से पत्रकारिता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके नेतृत्व में मीडिया ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की भूमिका को और मजबूत किया। विश्वसनीयता, नैतिकता और जनता के हित में पत्रकारिता करने की उनकी प्रतिबद्धता ने पूरे क्षेत्र में उच्च मानक स्थापित किए। उनकी यह विरासत आने वाली कई पीढ़ियों के पत्रकारों को प्रेरणा देती रहेगी।
सोनोवाल ने आगे कहा कि पी.जी. बरुआ के नेतृत्व में द असम ट्रिब्यून ने हमेशा अपनी विश्वसनीयता बनाए रखी और जनता का भरोसा जीता। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कई बार स्वर्गीय बरुआ से मुलाकात की थी और उनके मार्गदर्शन को याद करते हुए बताया कि राष्ट्रीय हित के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने की उनकी प्रेरणा हमेशा याद रहेगी। सोनोवाल ने कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्व का जाना पूरे देश और खासकर असम के लिए एक बड़ी क्षति है।
यह मुलाकात असम की पत्रकारिता जगत में स्वर्गीय प्रफुल्ल गोविंद बरुआ के योगदान को याद करने का एक भावुक पल था। द असम ट्रिब्यून ग्रुप लंबे समय से राज्य में विश्वसनीय समाचार परंपरा का प्रतीक रहा है और पी.जी. बरुआ ने इसे नई दिशा दी।
सोनोवाल की इस श्रद्धांजलि से परिवार को काफी सांत्वना मिली। केंद्रीय मंत्री ने परिवार से कहा कि पूरे देश और असम की जनता उनके साथ है। इस कार्यक्रम में परिवार के सदस्यों के अलावा कुछ करीबी लोग भी मौजूद थे।