क्या कोरापुट कॉफी ओडिशा का गौरव है? पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में की चर्चा
सारांश
Key Takeaways
- कोरापुट कॉफी का स्वाद अद्वितीय है।
- यह स्थानीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण आय का स्रोत है।
- कॉफी की खेती ने कई महिलाओं के जीवन में बदलाव लाया है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर चर्चा कर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया है।
- ओडिशा की कॉफी संस्कृति का प्रतीक बन रही है।
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 127वें एपिसोड में रविवार को 'कॉफी पे चर्चा' की। उन्होंने कोरापुट कॉफी की बढ़ती लोकप्रियता और उसके स्वाद के बारे में विस्तार से बताया।
पीएम मोदी ने कहा, "आप सभी जानते हैं कि मेरा चाय के साथ गहरा जुड़ाव है, लेकिन आज मैं ने सोचा कि क्यों न 'मन की बात' में कॉफी पर चर्चा की जाए।"
उन्होंने आगे कहा, "आपको याद होगा कि पिछले वर्ष हमने 'मन की बात' में अराकू कॉफी का जिक्र किया था। हाल ही में ओडिशा के कई लोगों ने मुझसे कोरापुट कॉफी की तारीफ की और कहा कि इस पर भी चर्चा होनी चाहिए।"
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि कोरापुट कॉफी का स्वाद अद्भुत है और इससे स्थानीय किसानों को बहुत लाभ हो रहा है। कुछ लोग अपने जुनून के कारण कॉफी की खेती कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "जो लोग कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम कर रहे थे, उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर कॉफी की खेती शुरू की है और अब वे सफल हैं। कई महिलाओं के जीवन में कॉफी ने सकारात्मक बदलाव लाया है, जिससे उन्हें सम्मान और समृद्धि मिली है।" पीएम मोदी ने कहा, "सच में, कोरापुट कॉफी अत्यंत सुस्वादु है और ओडिशा का गौरव है।"
इससे पहले, 111वें एपिसोड में उन्होंने अराकू कॉफी की चर्चा की थी, जो आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीता राम राजू जिले में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है और इसके स्वाद और सुगंध के लिए प्रसिद्ध है।