क्या भाजपा सरकार का 'विजन डॉक्यूमेंट' केवल एक शिगूफा है? : विधायक कमाल अख्तर

सारांश
Key Takeaways
- कमाल अख्तर ने भाजपा सरकार की योजनाओं की आलोचना की।
- सरकार की विफलता पर जोर दिया गया।
- जनता की समस्याओं को नजरअंदाज किया गया।
- सदन में चर्चा का कोई नतीजा नहीं निकलता।
- भाजपा के विधायक भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
लखनऊ, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक कमाल अख्तर ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तुत ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ को एक शिगूफा करार दिया।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि जब यह सरकार हर क्षेत्र में विफल हो चुकी है, न बच्चों को शिक्षा दिला पाई, न स्वास्थ्य क्षेत्र में कोई महत्वपूर्ण कदम उठाया और न ही बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में कोई कार्य किया, तब ये लोग अब ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ का शिगूफा छोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सदन में चर्चा के दौरान इन लोगों ने जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया। केवल विजन डॉक्यूमेंट का शिगूफा छोड़ते रहे। जिसे प्रदेश की जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करने वाली है। प्रदेश की जनता अब इस सरकार के चाल, चरित्र और चेहरे को भली-भांति समझ चुकी है। अब लोग जान चुके हैं कि इनसे कुछ भी होने वाला नहीं है।
इसके अलावा, सपा नेता ने सदन में 24 घंटे चर्चा कराने के मुद्दे पर कहा कि इससे कुछ नहीं होगा। अगर मुद्दे ज्यादा थे, तो सरकार को सदन की अवधि को बढ़ाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके बजाय इन लोगों ने सदन में चौबीस घंटे चर्चा कराने का निर्णय लिया। लेकिन, इससे कोई नतीजा नहीं निकलेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर चर्चा कराने से पहले हमने 47 बिंदुओं की एक सूची सरकार को दी थी और उनसे इसे चर्चा में लाने का आग्रह किया था। लेकिन, अफसोस है कि सरकार ने हमारी बात पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। विधानसभा का मानसून सत्र पूरी तरह से इवेंट है। गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा के विधायकों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाया और यह शिकायत करते हुए नजर आए कि हमारे यहां काम नहीं हुआ है। अब अगर उनके विधायकों के यहां काम नहीं हुआ है, तो आप ही समझ सकते हैं कि विपक्ष के विधायकों के विधानसभा क्षेत्र की स्थिति कैसी होगी।