क्या एक आदमी की नासमझी और एक परिवार की वजह से देश नुकसान नहीं झेल सकता? : किरेन रिजिजू

सारांश
Key Takeaways
- किरन रिजिजू का बयान विपक्ष की नासमझी को उजागर करता है।
- महत्वपूर्ण विधेयक पारित करने की आवश्यकता है।
- संसद में समय बर्बाद नहीं होना चाहिए।
- विपक्ष को अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिए।
- देश की छवि को नुकसान पहुंचाने से बचना चाहिए।
नई दिल्ली, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू ने विपक्षी सांसदों के बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ संसद भवन परिसर से चुनाव आयोग तक मार्च पर जमकर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक आदमी की नासमझी और एक परिवार की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता।
किरन रिजिजू ने मीडिया से बातचीत में कहा, "कांग्रेस पार्टी और विपक्ष ने बहुत समय बर्बाद किया है। अब हम देश और संसद का समय और बर्बाद नहीं होने देंगे। सरकार महत्वपूर्ण विधेयक पारित करना चाहती है। आज हम लोकसभा और राज्यसभा दोनों में महत्वपूर्ण विधेयक पारित करेंगे। एक आदमी की नासमझी और एक परिवार की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता।"
उन्होंने आगे कहा, "कई विपक्षी सांसदों ने भी आकर कहा कि वे असहाय हैं। उनके नेता उन्हें जबरदस्ती हंगामा करने के लिए कहते हैं। यहाँ संसद में चुनकर आए हैं, जनता की बात रखने के लिए। हर दिन, हम देश और संसद का समय एक मुद्दे पर बर्बाद नहीं होने देंगे, इसलिए हम महत्वपूर्ण विधेयक पारित करेंगे।"
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया, "आज भी उन्होंने (विपक्ष ने) चुनाव आयोग जाने के लिए समय मांगा और चुनाव आयोग ने इंडी गठबंधन को प्रत्येक पार्टी से दो सदस्यों को भेजने के लिए कहा। 30 सदस्यों को बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं गए। इंडी गठबंधन में, वे उन 30 लोगों को तय नहीं कर पाए। अब, खड़गे कह रहे हैं कि सभी विपक्षी सदस्य वीआईपी हैं, तो क्या 150 लोग चुनाव आयुक्त के कमरे में प्रवेश करेंगे?"
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इंडी गठबंधन को सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं है, उन्हें चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है, उन्हें संसद पर भरोसा नहीं है। वे हमारे देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार करते हैं। भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए बार-बार नाटक क्यों करते हैं? जनता ने हमें देश सेवा के लिए भेजा है, न कि यहाँ नाटक करने के लिए। हम विपक्ष से अपनी आखिरी अपील करते हैं। हम बिल पारित करेंगे। आपको चर्चा में भाग लेना चाहिए। विपक्ष के लोग बाद में झूठ नहीं बोलें कि हमें बोलने नहीं दिया।
ज्ञात हो कि विपक्षी सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ संसद से चुनाव आयोग दफ्तर तक मार्च निकाला। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत समेत विपक्ष के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया।