क्या इंडिगो को यात्रियों का पैसा वापस करना चाहिए? रामदास आठवले ने गोवा अग्निकांड पर भी दुख व्यक्त किया
सारांश
Key Takeaways
- इंडिगो को यात्रियों का पैसा वापस करना चाहिए।
- हवाई किराए में वृद्धि पर नियंत्रण आवश्यक है।
- गोवा अग्निकांड पर सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
मुंबई, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने इंडिगो की उड़ानों के रद्द होने से यात्रियों को हुई समस्याओं पर चिंता जताते हुए कहा कि इसमें तत्काल सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस समय इंडिगो में हो रही गड़बड़ी बेहद चिंताजनक है।
आठवले ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यात्रियों के लिए यह एक प्रकार का संकट है। मैंने पहले कई बार देखा है कि इंडिगो की फ्लाइट समय पर चलती थीं, लेकिन वर्तमान की गड़बड़ी बहुत ही चिंताजनक है। इससे लाखों यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, इसमें सुधार की आवश्यकता है। सैकड़ों-हजारों फ्लाइट कैंसिल होने से लोगों को भारी दिक्कतें हुई हैं।"
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि इंडिगो को यात्रियों के टिकट का पैसा वापस करना चाहिए। उन्होंने इंडिगो संकट के दौरान अन्य एयरलाइनों द्वारा किराए में बढ़ोतरी को गलत बताया। आठवले ने कहा, "सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए।"
उन्होंने हवाई यात्रा के किराए के बारे में भी सवाल उठाए। रामदास आठवले ने कहा कि अगर किसी को मुंबई से दिल्ली जाना है तो पांच-छह हजार रुपए में टिकट मिल जाता है, लेकिन वापसी में उस टिकट की कीमत 30 हजार रुपए तक हो जाती है। इस पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय को विचार करना चाहिए। उन्होंने मांग की कि सरकार को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हवाई यात्रा के किराए में वृद्धि न हो।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने गोवा स्थित एक क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "यह बहुत दुखद है कि इतनी सारी जानें चली गईं। गोवा में नाइट क्लब चलते रहते हैं, लेकिन ऐसी घटना पहली बार हुई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने स्थिति का जायजा लिया है और घटना की जांच के आदेश दिए हैं।"
आठवले ने गोवा के नाइट क्लब के लिए समय निर्धारित करने की भी वकालत की। उन्होंने कहा, "नाइट क्लब कितनी देर तक चलाना चाहिए, इस पर सरकार को विचार करने की आवश्यकता है।"
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 'बाबरी मस्जिद' के निर्माण पर रामदास आठवले ने कहा, "बाबर के नाम पर दोबारा मस्जिद बनाना बिल्कुल गलत है। कुछ नेता मुसलमान समाज को धोखे में डालने का प्रयास कर रहे हैं, जो कि अनुचित है।"