क्या मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर दीपों ने रोशनी बिखेरी?
सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस 70वां है।
- यूथ फॉर चिल्ड्रन ने 1000 दीप जलाए।
- बच्चों का संरक्षण समाज की जिम्मेदारी है।
- युवाओं की सक्रियता से बदलाव संभव है।
- राज्यस्तरीय और जिला स्तर पर कार्यक्रम होंगे।
भोपाल, 31 (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश शनिवार को अपना 70वां स्थापना दिवस मनाने वाला है। इस अवसर पर राज्य के लोगों में अद्भुत उत्साह देखने को मिल रहा है और भोपाल में स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर दीपों की रोशनी बिखरी।
स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर भोपाल के कचरा कैफे 10 नंबर में, भोपाल के युवाओं ने ‘यूथ फॉर चिल्ड्रन’ अभियान के तहत सैकड़ों स्वयंसेवियों के साथ मिलकर 1000 दीप जलाए, ताकि बच्चों की सुरक्षा, संरक्षण और शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का संदेश दे सकें। यह आयोजन ‘बाल हितेषी मध्य प्रदेश’ की भावना को साकार करने का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
कार्यक्रम के वक्ताओं ने कहा कि बच्चों का संरक्षण केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की सामूहिक जिम्मेदारी है। इस संदेश के साथ, मध्य प्रदेश की स्थापना से लेकर बच्चों के अधिकारों की दिशा में किए गए प्रयासों की जानकारी युवाओं के साथ साझा की गई और उन्हें बाल अधिकारों के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया।
इस अवसर पर यूनिसेफ मध्य प्रदेश के कम्युनिकेशन एवं ऑफिस इंचार्ज अनिल गुलाटी ने बताया कि ‘यूथ फॉर चिल्ड्रन’ एक ऐसा स्वैच्छिक आंदोलन है, जो राज्य के युवाओं को बच्चों के हित में जागरूक और सक्रिय बनाता है। जब युवा बच्चे की आवाज बनते हैं, तो समाज में बदलाव की रोशनी अपने आप फैलती है।
इसके अलावा, ‘यूथ फॉर चिल्ड्रन’ के युवाओं ने प्रेरणादायक गीत और संगीत से कार्यक्रम का माहौल और भी रोचक बना दिया। मध्य प्रदेश की स्थापना दिवस एवं देवउठनी एकादशी की पूर्व संध्या पर उनका दीप प्रज्वलन कार्यक्रम न केवल रोशनी बिखेरता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जब समाज एकजुट होकर बच्चों के भविष्य के लिए कदम उठाता है, तो विकास की लौ और अधिक प्रज्वलित होती है।
जहां राज्य में स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवंबर को राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे, वहीं जिला स्तर पर भी भव्य आयोजन की योजना बनाई गई है।