क्या महागठबंधन ने बिहार का तेजस्वी प्रण जारी किया?
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का नया घोषणा पत्र 'बिहार का तेजस्वी प्रण' जारी किया गया।
- तेजस्वी यादव ने विकास और रोजगार पर जोर दिया।
- घोषणा पत्र में बाहरी शक्तियों के प्रभाव का उल्लेख किया गया।
- बिहार के लोगों के लिए परिवर्तन की आवश्यकता है।
- महागठबंधन ने सीएम फेस घोषित किया।
पटना, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने मंगलवार को अपना संयुक्त घोषणा पत्र पेश किया। इस घोषणा पत्र का शीर्षक 'बिहार का तेजस्वी प्रण' रखा गया है।
पटना में महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घोषणा पत्र को सार्वजनिक किया गया। इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने कहा, 'हमें सरकार नहीं, बल्कि बिहार का निर्माण करना है। यह एक गर्व का क्षण है कि हम सभी मिलकर इस संकल्प पत्र को प्रस्तुत कर रहे हैं। यह हमारा प्रण है। हम एक-एक घोषणा को पूरा करने के लिए अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन प्रण को पूरा करेंगे। हमारा उद्देश्य बिहार को विकसित बनाना है।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ बाहरी ताकतें बिहार को उपनिवेश बनाने की कोशिश कर रही हैं। सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा, 'भाजपाई उन्हें पुतला बनाकर रखे हुए हैं। इस चुनाव के बाद भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। इस बार छल-कपट की नीति नहीं चलेगी। हम सभी चीजों पर नजर बनाए हुए हैं।'
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के लोग परिवर्तन के लिए उत्सुक हैं। इस बार जनता को नौकरी और रोजगार देने वाली सरकार चाहिए। इस दौरान मंच पर तेजस्वी यादव के अलावा मुकेश सहनी, दीपांकर भट्टाचार्य, पवन खेड़ा, और अखिलेश प्रसाद सिंह भी उपस्थित रहे।
पवन खेड़ा ने कहा कि महागठबंधन ने सबसे पहले सीएम फेस की घोषणा की और सभी ने मिलकर संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया। इससे स्पष्ट होता है कि कौन बिहार के लिए गंभीर है। उन्होंने कहा कि बिहार पिछले 20 वर्षों में पीछे चला गया है। इसे फिर से पटरी पर लाना है। उन्होंने बताया कि इस घोषणा पत्र में सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को शामिल किया गया है, जो बिहार को विकसित करने में मदद करेंगे। यह घोषणा पत्र हर वर्ग और समाज से जुड़ा हुआ है।