क्या मणिपुर में असम राइफल्स ने 48 घंटे में बड़ी सफलता हासिल की?
सारांश
Key Takeaways
- असम राइफल्स ने 48 घंटों में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया।
- भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
- सुरक्षा बलों का अभियान मणिपुर में शांति बनाए रखने के लिए जारी है।
इंफाल, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर में जातीय हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों ने पिछले 48 घंटों में प्रभावी कार्रवाई की है। असम राइफल्स ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाकर तीन प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों के सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया और हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद किया है।
रविवार को इंफाल वेस्ट जिले के मोइरांग पोक क्षेत्र में असम राइफल्स और इंफाल वेस्ट पुलिस कमांडो की एक संयुक्त टीम ने यूएनएलएफ (पाम्बेई गुट) के एक सक्रिय सदस्य को पकड़ा। उसके पास से एक आईफोन 12 प्रो, सिम कार्ड और आधार कार्ड बरामद हुए। आरोपी को पटसोई पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया।
उसी दिन क्वाकेथेल क्षेत्र में असम राइफल्स, इंफाल वेस्ट पुलिस और थौबल कमांडो की संयुक्त टीम ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के एक वरिष्ठ सदस्य को दबोच लिया। यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक थी। बरामद सामान में एक एम-16 राइफल, आठ एलआर राइफल, एक .303 लाइट मशीन गन, दो .303 राइफल, 199 राउंड कार्बाइन गोली, 30 राउंड एसएलआर गोली, 52 मैगजीन, तीन मोटर बम, अन्य जंगी सामान और एक स्मार्टफोन शामिल हैं।
इसी दिन लैरेनसाजिक इलाके में असम राइफल्स और पुलिस कमांडो ने पीआरईपीएके (प्रोग्रेसिव) के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से एक स्मार्टफोन और दो सिम कार्ड बरामद हुए। उसे लामसांग पुलिस स्टेशन के हवाले कर दिया गया।
इससे एक दिन पहले 15 नवंबर, शनिवार को न्गाइरांगबाम क्षेत्र में असम राइफल्स और इंफाल वेस्ट पुलिस कमांडो ने एक संदिग्ध विद्रोही ठिकाने पर छापा मारा। वहां से एक सिंगल-बैरल गन, एक बोल्ट-एक्शन राइफल, पांच 9एमएम पिस्टल, 60 जिंदा कारतूस, पांच हैंड ग्रेनेड, दो देसी बम, दो बाओफेंग वॉकी-टॉकी सेट, एक मोटोरोला हैंडसेट और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई। सारा सामान पटसोई पुलिस को सौंपा गया।
असम राइफल्स ने अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर इन सभी कार्रवाइयों की जानकारी साझा करते हुए लिखा कि मणिपुर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए निरंतर अभियान चलाए जा रहे हैं।
सुरक्षा बलों के अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में उग्रवादी संगठनों ने फिर से हथियार उठाने की कोशिश की थी। ये लगातार सफलता इस बात का संकेत हैं कि सुरक्षा बल राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से काबू में रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।