क्या प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के पीएम से बातचीत की? रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा

सारांश
Key Takeaways
- भारत-मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी की पुष्टि
- क्षेत्रीय विकास के लिए साझा प्रतिबद्धता
- डिजिटल बुनियादी ढांचे में सहयोग
- योग दिवस में भागीदारी की सराहना
- भारत की पड़ोसी पहले नीति के तहत मॉरीशस का महत्व
नई दिल्ली, २४ जून (राष्ट्र प्रेस) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मॉरीशस के पीएम डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ फोन पर संवाद किया। दोनों नेताओं ने भारत-मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी और क्षेत्रीय विकास को और मजबूत करने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने संवाद के बाद एक्स पर लिखा, "मुझे अपने मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम से बात करके खुशी हुई। हमने भारत-मॉरीशस की संवर्धित रणनीतिक साझेदारी और क्षेत्रीय विकास को और बेहतर बनाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया। मॉरीशस भारत के विजन और हमारी पड़ोसी पहले नीति का एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है।"
बातचीत के दौरान, दोनों नेताओं ने भारत और मॉरीशस के बीच विशेष और अनूठे संबंधों पर जोर दिया और साझे विकास, क्षमता निर्माण, रक्षा, समुद्री सुरक्षा, डिजिटल बुनियादी ढांचे और लोगों के बीच संबंधों में सहयोग पर चर्चा की।
पीएम मोदी ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में पीएम रामगुलाम की भागीदारी की सराहना की।
उन्होंने विजन महासागर और भारत की पड़ोसी पहले नीति के अनुरूप मॉरीशस की विकास प्राथमिकताओं के प्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम रामगुलाम को भारत आने का निमंत्रण भी दिया। दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।
इससे पहले मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिनों के लिए मॉरीशस का दौरा किया था।
मॉरीशस की अपनी राजकीय यात्रा के समापन के बाद पीएम मोदी ने आभार व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "मैं पीएम डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम, मॉरीशस के लोगों और सरकार को गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं।" प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस पर दूसरी बार मुख्य अतिथि रहे, पहली बार २०१५ में मॉरीशस गए थे।
समारोह के दौरान मॉरीशस के राष्ट्रपति धर्मबीर गोखूल ने प्रधानमंत्री मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन' (जी.सी.एस.के) से सम्मानित किया। यह पहली बार था जब किसी भारतीय नेता को यह सम्मान मिला।