क्या मोदीपुरम में नमो भारत के डिपो पर कार्य तेजी से चल रहा है?

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क्या मोदीपुरम में नमो भारत के डिपो पर कार्य तेजी से चल रहा है?

सारांश

क्या आप जानते हैं कि मोदीपुरम में नमो भारत के दूसरे डिपो का निर्माण तेजी से चल रहा है? यहां एनसीआरटीसी मेरठ मेट्रो स्टेशन का भी निर्माण हो रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्रों के निवासियों को सुविधाएँ मिलेंगी। जानिए इस प्रोजेक्ट की विशेषताएँ और इसका महत्व।

Key Takeaways

  • नमो भारत का दूसरा डिपो मोदीपुरम में निर्माणाधीन है।
  • मेट्रो स्टेशन भी इसी क्षेत्र में बनाया जा रहा है।
  • स्थानीय निवासियों को नई सुविधाएँ मिलेगी।
  • डिपो में स्वदेशी मशीनरी का उपयोग होगा।
  • मेरठ में कुल 13 मेट्रो स्टेशन बन रहे हैं।

गाजियाबाद, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मेरठ के मोदीपुरम में नमो भारत के निर्माणाधीन दूसरे डिपो पर सिविल कार्य तेजी से चल रहा है। यह डिपो कृषि विश्वविद्यालय कैंपस के निकट बनाया जा रहा है।

नमो भारत डिपो के समीप एनसीआरटीसी मेरठ मेट्रो स्टेशन का काम भी प्रगति पर है, जिससे पावली खास, दौराला, सकौती और पावरसा गांवों के निवासियों को बहुत लाभ होगा। फिलहाल, दिल्ली-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर का एक डिपो दुहाई (गाजियाबाद) में कार्यरत है। वर्तमान में, नमो भारत ट्रेनों का संचालन और देखभाल दुहाई के इसी डिपो से हो रहा है। जैसे ही दिल्ली-मेरठ के पूरे कॉरिडोर का संचालन शुरू होगा, दूसरे डिपो की आवश्यकता और बढ़ जाएगी। इन्हीं आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु मोदीपुरम में नए डिपो का निर्माण किया जा रहा है।

डिपो और मेट्रो स्टेशन दोनों का निर्माण तेजी से चल रहा है। स्टेशन की छत का काम भी प्रगति पर है। यहाँ डिपो संचालन केंद्र (डीसीसी) का निर्माण भी किया जाएगा, जो ट्रेनों की आवाजाही और संचालन के लिए आवश्यक होगा। मोदीपुरम में इस डिपो पर ट्रेन वर्कशॉप भी स्थापित की जा रही है, जहाँ नमो भारत और मेरठ मेट्रो ट्रेनों का रखरखाव किया जाएगा।

डिपो के पास स्टेबलिंग लाइनें भी बिछाई जा रही हैं। इसके साथ ही, 1.2 किलोमीटर लंबा टेस्ट ट्रैक भी होगा, जिस पर ट्रेनों की परीक्षण किया जाएगा। डिपो में स्वदेशी मशीनरी और उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। डिपो स्क्रैप यार्ड और अन्य कार्यालय जैसे निरीक्षण वर्कशॉप (आईडब्ल्यूएस) और परमानेंट-वे ऑफिस भी बनाए जाएंगे।

मोदीपुरम डिपो में स्टेबलिंग लाइन का निर्माण भी होगा, जहाँ कुल 34 ट्रेनों को खड़ा किया जा सकेगा। आईबीएल लाइनें ट्रेनों की परीक्षण के लिए बनाई जाती हैं, जबकि स्टेबलिंग लाइनों का प्रयोग ट्रेनों को खड़ा करने के लिए किया जाएगा। वर्कशॉप लाइनों पर ट्रेनों के रखरखाव और तकनीकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

इसके अलावा, ट्रेनों की साफ-सफाई और धुलाई के लिए ऑटोकोच वॉशिंग प्लांट भी डिपो पर स्थापित किया जाएगा। वर्तमान में, दुहाई स्थित डिपो में नमो भारत ट्रेनों की सफाई की जा रही है। हैवी-क्लीनिंग शेड लाइन भी बनाई जाएगी, जहाँ नियमित अंतराल पर ट्रेनों की सफाई की जाएगी। मोदीपुरम में स्थित डिपो के साथ मेरठ मेट्रो का स्टेशन भी बन रहा है, जो एट-ग्रेड स्टेशन होगा।

मेरठ में मेट्रो के लिए कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। मेरठ मेट्रो का संचालन नमो भारत के बुनियादी ढांचे पर किया जाएगा, जो देश में पहली बार है। मेट्रो के लिए स्टेशन निम्नलिखित हैं: मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन।

Point of View

यह देखना रोमांचक है कि मोदीपुरम में नमो भारत का डिपो और मेरठ मेट्रो स्टेशन का निर्माण कैसे हो रहा है। यह न केवल स्थानीय निवासियों के लिए सुविधाएँ लाएगा, बल्कि यह राष्ट्रीय परिवहन के बुनियादी ढांचे को भी मजबूत करेगा। ऐसे प्रोजेक्ट्स से देश की प्रगति को गति मिलती है।
NationPress
06/08/2025

Frequently Asked Questions

मोदीपुरम में नमो भारत डिपो कब तक पूरा होगा?
निर्माण की गति को देखते हुए, उम्मीद है कि यह डिपो जल्द ही पूरा होगा।
क्या मोदीपुरम डिपो से यात्रा करना आसान होगा?
हाँ, यह स्थानीय निवासियों के लिए यात्रा को और भी सुविधाजनक बनाएगा।
क्या यहाँ मेट्रो स्टेशन भी बन रहा है?
जी हाँ, मोदीपुरम में मेट्रो स्टेशन का निर्माण भी हो रहा है।