क्या नमो भारत ने दो साल में 2 करोड़ यात्राएं पूरी कर बेमिसाल सफलता हासिल की?
सारांश
Key Takeaways
- 2 करोड़ यात्राएं पूरी करना एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन है।
- यात्रियों का आरामदायक सफर और कम यात्रा समय इस ट्रेन की मुख्य विशेषताएं हैं।
- नमो भारत के नवीनतम विस्तार से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है।
- यात्री सुरक्षित और किफायती यात्रा को प्राथमिकता दे रहे हैं।
- ट्रेन की फ्रीक्वेंसी में भी वृद्धि की गई है।
गाजियाबाद, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर चलने वाली नमो भारत ट्रेन ने अपने परिचालन के दो वर्षों में 2 करोड़ कम्यूटर ट्रिप्स का महत्वपूर्ण माइलस्टोन हासिल किया है। इस आधुनिक परिवहन प्रणाली ने न केवल लाखों यात्रियों की सुविधा में वृद्धि की है, बल्कि क्षेत्र में यात्रा के तरीके को भी पूरी तरह से बदल दिया है। अक्टूबर 2023 में परिचालन शुरू होने के बाद से यात्रियों की संख्या में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है, जो नमो भारत पर लोगों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।
प्रधानमंत्री ने 20 अक्टूबर 2023 को साहिबाबाद-दुहाई डिपो के बीच 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड का उद्घाटन किया। इसके एक महीने के भीतर, नवंबर 2023 में 72,000 से अधिक यात्राएं दर्ज की गईं। वर्ष 2024 में कॉरिडोर के मोदीनगर नॉर्थ और बाद में मेरठ साउथ तक विस्तार के बाद राइडरशिप में भारी वृद्धि हुई। साल 2024 के अंत तक 42 किमी का खंड जनता के लिए उपलब्ध था और दिसंबर में मासिक राइडरशिप बढ़कर लगभग 7 लाख पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10 गुना अधिक थी।
जनवरी 2025 में न्यू अशोक नगर-साहिबाबाद सेक्शन के उद्घाटन के साथ दिल्ली के दो स्टेशन न्यू अशोक नगर और आनंद विहार को भी जोड़ा गया, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में मजबूती आई। विस्तार के साथ जुलाई 2025 तक मासिक राइडरशिप 15 लाख तक पहुंच गई। इसी दौरान दैनिक यात्री संख्या 81,550 के सर्वोच्च आंकड़े पर पहुंची। वर्तमान में औसतन 55,000-60,000 लोग नमो भारत से यात्रा कर रहे हैं। यात्रियों के अनुसार, कम यात्रा समय, आरामदायक सफर, समयबद्ध संचालन और भीड़ में भी बेहतर सेवा नमो भारत की लोकप्रियता की प्रमुख वजहें हैं।
बढ़ती मांग को देखते हुए ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी 15 मिनट से घटाकर 10 मिनट कर दी गई है और भविष्य में इसे 3 मिनट तक लाने की तैयारी है। मेरठ के यात्रियों से लेकर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों तक, सभी वर्ग नमो भारत को सुविधाजनक, सुरक्षित और किफायती बताते हैं। महिलाओं के लिए आरक्षित कोच, वातानुकूलित डिब्बे और ट्रैफिक जाम से मुक्त तेज यात्रा यात्रियों को आकर्षित कर रही है।
एनसीआरटीसी फर्स्ट और लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए रैपिडो, उबर और इलेक्ट्रिक बसों को स्टेशनों से जोड़ रही है। साथ ही दिल्ली मेट्रो के साथ इंटीग्रेटेड टिकटिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। फिलहाल, 55 किमी का खंड जनता के लिए परिचालित है। शेष सेक्शन खुलने के बाद सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक निर्बाध क्षेत्रीय कनेक्टिविटी संभव हो जाएगी। इसके साथ ही मेरठ मेट्रो भी इसी कॉरिडोर पर चलेगी।