क्या शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ, बाबा रामदेव सहित कई विशिष्ट जन?

सारांश
Key Takeaways
- शिबू सोरेन का श्राद्ध संस्कार भोज नेमरा में आयोजित किया गया।
- देशभर से लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं।
- केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य गणमान्य हस्तियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
- श्राद्ध भोज के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है।
- सड़क के दोनों ओर कटआउट लगाए गए हैं।
नेमरा (रामगढ़), 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड आंदोलन के नेता और राज्यसभा सांसद दिवंगत शिबू सोरेन का श्राद्ध संस्कार भोज आज उनके पैतृक गांव नेमरा में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर सुबह से ही देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। अपराह्न दो बजे तक लगभग 70 हजार लोग दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि अर्पित कर चुके थे। अनुमान है कि शाम तक यह संख्या तीन लाख से अधिक हो सकती है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, और योगगुरु बाबा रामदेव सहित कई प्रमुख हस्तियां आज दिवंगत शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने नेमरा पहुंचीं।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "शिबू सोरेन अब हमारे बीच नहीं रहे। मैं उन्हें अपनी ओर से, सरकार की ओर से और अपनी पार्टी की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि शिबू सोरेन न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश के लिए एक लोकनायक रहे हैं। उन्होंने जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए जीवनभर संघर्ष किया और आदिवासी, शोषित और वंचित समाज की आवाज बने। बाबा रामदेव ने भावुक होते हुए कहा कि लोग भले ही उन्हें गुरु मानते हैं, लेकिन वे शिबू सोरेन को अपना गुरु मानते हैं, और इसी भावना से श्रद्धांजलि देने आए हैं।
बिहार के लोकसभा सांसद पप्पू यादव, पूर्व राज्यसभा सांसद और भारतीय ओलंपिक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरके आनंद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी गुरुजी की स्मृति को नमन किया। सभी नेताओं ने शिबू सोरेन के पुत्र और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पत्नी रूपी सोरेन, छोटे पुत्र बसंत सोरेन और अन्य परिजनों से भेंट कर संवेदनाएं व्यक्त कीं। श्राद्ध भोज को लेकर नेमरा गांव में व्यापक व्यवस्था की गई है। रामगढ़ जिले के गोला चौक से लेकर नेमरा तक लगभग 25 किलोमीटर लंबी सड़क पर वाहनों का काफिला देखा जा सकता है। विशेष अतिथि हेलीकॉप्टर से सीधे गांव पहुंचे, जिसके लिए तीन हेलीपैड का निर्माण कराया गया है।
सड़क के दोनों ओर शिबू सोरेन के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए हैं। मार्ग को रोशन करने के लिए 4000 स्ट्रीट लाइटें और बिजली गुल होने की स्थिति से निपटने के लिए 200 से अधिक जनरेटर लगाए गए हैं। भोजन और श्रद्धांजलि अर्पण के लिए गांव में पांच विशाल पंडाल बनाए गए हैं। इनमें गुरुजी की तस्वीरों से सजावट की गई है, ताकि लोग श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें। पंडालों में एसी और कूलर की भी व्यवस्था की गई है। श्राद्ध भोज के चलते पूरे क्षेत्र में मेले जैसा माहौल है और लोगों का पहुंचना लगातार जारी है।