क्या नीतीश कुमार के मास्टर स्ट्रोक से तेजस्वी यादव राजनीतिक रूप से घायल हो गए?

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को राजनीतिक रूप से घायल किया है।
- तेजस्वी यादव राजनीतिक ज्योतिषी के रूप में उभरे हैं।
- बिहार की महिलाएं नीतीश कुमार की योजनाओं को पसंद कर रही हैं।
- कांग्रेस नेताओं की चुनावी रणनीतियाँ महत्वपूर्ण हैं।
- अमित शाह की यात्रा एनडीए की स्थिति को मजबूत करेगी।
पटना, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के एनडीए को लेकर दिए गए बयान पर जनता दल (यूनाइटेड) के नेता नीरज कुमार ने जोरदार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव एक नए अवतार में उभरे हैं और अब वे एक राजनीतिक ज्योतिषी बन गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मास्टर स्ट्रोक के कारण तेजस्वी यादव अब राजनीतिक रूप से घायल हो गए हैं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा जदयू को तीसरे नंबर की पार्टी कहते थे, लेकिन आज हमारे पास 12 सांसद हैं और आपके पास सिर्फ 4 हैं। आपने दावा किया था कि जदयू का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि नवरात्र का समय चल रहा है। किस ज्योतिषी से सलाह ली गई है? उनका मोबाइल नंबर सार्वजनिक होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कौन है यह साइलेंट पार्टनर? चुनावी मौसम में कई उम्मीदवार अपनी जन्मपत्री दिखाएंगे और आपको चुनाव में आर्थिक सहयोग भी मिलेगा। लेकिन सच ये है कि नीतीश कुमार के मास्टर स्ट्रोक के कारण आप राजनीतिक रूप से घायल हो चुके हैं।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे पॉलिटिकल टूरिस्ट हैं, जब उनका राजनीति में जन्म ही नहीं हुआ था, तब नीतीश कुमार ने महिलाओं को पंचायती राज में आरक्षण दिया था।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बेटियों को साइकिल दी, पुलिस बल में देश में नंबर वन बेटियां हैं और जीविका में भी नंबर वन हैं। आप परिवारवाद को बढ़ावा देने वाले लोग हैं, अपने पिता के चंपारण वाले बयान को याद कीजिए। जदयू नेता ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को बिहार का राजनीतिक भूगोल चुनाव के समय ही याद आता है। बिहार की महिलाएं नीतीश कुमार के राजनीतिक भूगोल को इतनी पसंद करती हैं कि 2024 में भी सबसे ज्यादा वोट महिलाओं से हमें मिले। आगामी विधानसभा चुनाव में भी यही होगा।
तेजस्वी यादव के मां-बेटी योजना पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी यादव मां-बेटी की योजना देंगे तो रोहिणी आचार्य का क्या होगा, जो अपने भाई के न्याय की गुहार लगा रही है? मुख्य न्यायाधीश के रूप में लालू यादव अपने घर में हैं, एक पोस्ट तक नहीं कर रहे, जुबान भी खामोश। उन्होंने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है। लेकिन, बिहार की मां-बेटी तो सवाल पूछ रही है कि लोकसभा चुनाव के दौरान शराब कंपनियों से चंदा किस आधार पर लिया गया था। क्या वे बिहार में शराब के ठेके खुलवाएंगे, जिससे हमारी मां-बेटियों के जीवन में परेशानी आए?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि वे देश के गृह मंत्री हैं। वे जमीन खरीदने तो बिहार नहीं आ रहे हैं। राजनीतिक काम से आ रहे हैं। एनडीए का सम्मेलन चल रहा है। हमने संकल्प लिया है कि 2025 में नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाएंगे। उनका संगठन आंतरिक है। एनडीए के साथ तालमेल कैसे हो, कैसे समर्पण हो, नीतीश कुमार को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का जनादेश लेने के लिए कौन सी कार्यप्रणाली बने, इसकी जानकारी ले रहे हैं।