क्या पीएम मोदी ने स्वदेशी 4जी स्टैक और 1 लाख स्वदेशी बीएसएनएल टावरों का लोकार्पण किया?

Click to start listening
क्या पीएम मोदी ने स्वदेशी 4जी स्टैक और 1 लाख स्वदेशी बीएसएनएल टावरों का लोकार्पण किया?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झारसुगुड़ा में स्वदेशी 4जी स्टैक और 1 लाख टावरों का लोकार्पण किया। यह भारत की तकनीकी क्षमता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानें इस परियोजना के लाभ और महत्व के बारे में।

Key Takeaways

  • स्वदेशी 4जी स्टैक का लोकार्पण भारत की तकनीकी उपलब्धि है।
  • 1 लाख बीएसएनएल टावर से ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
  • 2 करोड़ लोग इस परियोजना से लाभान्वित होंगे।
  • डिजिटल भारत के तहत 30,000 गांवों में हाई स्पीड इंटरनेट पहुंचेगा।
  • बीएसएनएल ने 25,000 करोड़ का पूंजी निवेश किया है।

नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा से देश की पूर्ण स्वदेशी 4जी स्टैक और बीएसएनएल के 1 लाख स्वदेशी 4जी टावरों का लोकार्पण किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया असम से वर्चुअल तरीके से जुड़े और इस उपलब्धि के महत्व को साझा किया।

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि संचार विभाग ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के तहत स्वदेशी 4जी स्टैक बनाने का संकल्प लिया और केवल 22 महीनों में आज भारत विश्व के एलीट क्लब में शामिल हो गया है। यह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि भारत दूरसंचार के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है।

ओडिशा के साथ विभिन्न राज्यों में टावरों का लोकार्पण हुआ, जहां कई नेतागण कार्यक्रम से जुड़े। ओडिशा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, आंध्र प्रदेश में केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू, उत्तर प्रदेश में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी और अन्य नेता शामिल थे।

प्रधानमंत्री ने स्वदेशी 4जी स्टैक को जनता को समर्पित करते हुए कहा कि कठिनाइयों के बावजूद भारत के विशेषज्ञों ने महज 22 महीनों में स्वदेशी 4जी स्टैक तैयार किया है। यह दुनिया के लिए भारत की तकनीकी क्षमता का मजबूत संदेश है। अब यह तकनीक भारत के गांव-गांव तक कनेक्टिविटी पहुंचाएगी और विकास की नई कहानी लिखेगी।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि जब दुनिया में 2जी, 3जी और 4जी तकनीकें आईं, तब भारत विदेशी तकनीक पर निर्भर था। आज बीएसएनएल की मेहनत ने इसे बदल दिया है।

प्रधानमंत्री ने बताया कि इस परियोजना से पूरे देश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभ मिलेगा। लगभग 30,000 गांव जहां अब तक हाई स्पीड इंटरनेट नहीं था, वहां यह सेवा अब उपलब्ध होगी। इससे छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा, किसानों को जानकारी और उद्यमियों को बाजार तक पहुंच का अवसर मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि बीएसएनएल ने जनवरी–मार्च वित्त वर्ष 25 में 25,000 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश किया है। यह पहली बार है जब बीएसएनएल लगातार लाभ अर्जित कर रहा है।

सिंधिया ने बताया कि डिजिटल भारत निधि के तहत 27,106 टावरों में से 19,823 को सक्रिय किया गया है। इसके माध्यम से 26,327 गांव और लगभग 20 लाख परिवार प्रशासन की सुविधाओं से जुड़ पाए हैं।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारत एक नई तकनीकी क्रांति की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का यह प्रयास न केवल देश को आत्मनिर्भर बनाने का है, बल्कि यह ग्रामीण विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को भी बढ़ावा देगा।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

स्वदेशी 4जी स्टैक का क्या महत्व है?
स्वदेशी 4जी स्टैक भारत की तकनीकी क्षमता को दर्शाता है और यह देश को डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगा।
इस परियोजना से कितने लोग लाभान्वित होंगे?
इस परियोजना से पूरे देश में 2 करोड़ से ज्यादा लोग लाभान्वित होंगे।
बीएसएनएल ने कितने टावरों का लोकार्पण किया?
बीएसएनएल ने 1 लाख स्वदेशी 4जी टावरों का लोकार्पण किया।
इस परियोजना के तहत कौन-कौन से राज्य शामिल हैं?
इस परियोजना में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, और अन्य राज्यों के टावर शामिल हैं।
डिजिटल भारत निधि का क्या लक्ष्य है?
डिजिटल भारत निधि का लक्ष्य देश में डिजिटल कनेक्टिविटी और तकनीकी विकास को बढ़ावा देना है।