क्या नोएडा में आकर्षक नंबर प्लेट यूपी 16 एफएच 0001 की नीलामी में रिकॉर्ड बोली लगी?
सारांश
Key Takeaways
- यूपी 16 एफएच 0001 की नीलामी में रिकॉर्ड बोली लगी।
- एम/एस एवियरियन प्राइवेट लिमिटेड ने नंबर को खरीदा।
- आकर्षक नंबरों की मांग बढ़ रही है।
- नीलामी प्रक्रिया डिजिटल और पारदर्शी है।
- यह नीलामी विभाग के राजस्व में इजाफा करने में सहायक है।
नोएडा, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गौतमबुद्धनगर में निजी वाहनों की पंजीकरण श्रृंखला यूपी 16 एफएच के आकर्षक पंजीकरण चिह्नों की ऑनलाइन नीलामी इस बार चर्चा का विषय रही। परिवहन विभाग द्वारा आयोजित इस नीलामी में यूपी 16 एफएच 0001 नंबर को हासिल करने के लिए बोली लगाने वालों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखी गई। अंततः यह विशेष नंबर एम/एस एवियरियन प्राइवेट लिमिटेड, गौतमबुद्धनगर ने अपने नाम कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने 7 नवंबर 2025 को नीलामी में भाग लेने के लिए 33,333 रुपये की राशि जमा की थी। नीलामी के दौरान, एवियरियन प्राइवेट लिमिटेड ने सभी प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए अब तक की सबसे अधिक 27,50,000 रुपये की बोली लगाई। यह राशि जिले में किसी भी आकर्षक नंबर के लिए दी गई अब तक की सबसे बड़ी बोली मानी जा रही है।
ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया में उच्चतम बोली लगाने के बाद विजेता बोलीदाता को शेष राशि जमा करने का विकल्प दिया जाता है। इसी क्रम में एवियरियन को भी शेष राशि 27,16,667 रुपये ऑनलाइन जमा करने के लिए लिंक प्रदान किया गया। कंपनी ने समय पर पूरी राशि जमा करने के बाद प्रतिष्ठित नंबर यूपी 16 एफएच 0001 आधिकारिक रूप से प्राप्त कर लिया।
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, आकर्षक नंबरों के प्रति लोगों की बढ़ती रुचि और प्रतिष्ठा का यह एक बड़ा उदाहरण है। नीलामी पूरी तरह से डिजिटल है और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विभाग सभी चरणों की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग करता है। इस नंबर के लिए लगी रिकॉर्ड बोली ने विभाग के राजस्व में भी उल्लेखनीय इजाफा किया है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) नंद कुमार ने बताया कि यह बोली न केवल इस श्रृंखला बल्कि गौतमबुद्धनगर में अब तक के सभी आकर्षक नंबरों की नीलामी में सबसे अधिक है।
इससे स्पष्ट है कि खास नंबर प्लेट का क्रेज लगातार बढ़ रहा है और कारोबारी संस्थाएं अपनी ब्रांड पहचान को मजबूत करने के लिए ऐसे प्रीमियम नंबरों को प्राथमिकता दे रही हैं। लग्जरी वाहनों और कॉर्पोरेट फ्लीट चलाने वाली कंपनियों में आकर्षक नंबरों की मांग निरंतर बढ़ती जा रही है, और परिवहन विभाग भविष्य में भी ऐसी नीलामियों के माध्यम से अधिक आय अर्जित करने की आशा कर रहा है।