क्या नूंह साइबर पुलिस की कार्रवाई से ऑनलाइन ठगी पर लगेगी रोक?

सारांश
Key Takeaways
- नूंह साइबर पुलिस ने पांच साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तार आरोपियों के पास से फर्जी सिम कार्ड और डिजिटल उपकरण बरामद हुए।
- आरोपियों ने ठगी के लिए फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाए थे।
- पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों को ट्रेस किया।
- पुलिस का लक्ष्य साइबर अपराध को नियंत्रित करना है।
नूंह, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। साइबर अपराध पर नकेल कसते हुए नूंह की साइबर पुलिस ने 16 सितंबर को चौकाने वाली कार्रवाई करते हुए पांच साइबर आरोपियों को पकड़ लिया है। यह सभी आरोपी लंबे समय से ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने उनके पास से फर्जी सिम कार्ड, मोबाइल और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शौकीन (सिंगार, थाना बिछोर), आदिल (सुनहेड़ा), खालिद (लिंगाव, थाना सदर पुन्हाना), वसीम उर्फ नटीया (बालोत गौहल्ला, गोंय, थाना बिछोर) और नसीम (रहपुवा) के रूप में हुई है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी फर्जी सिम कार्ड और नकली सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। वे इन अकाउंट्स पर विभिन्न प्रकार के विज्ञापन डालकर मासूम लोगों को लालच देते और फिर उनसे ठगी करते थे। आरोपी ठगी से मिली रकम को डिजिटल वॉलेट्स और बैंक खातों में ट्रांसफर कर आगे हवाला चैनलों के माध्यम से निकालते थे।
साइबर पोर्टल पर लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से कई मोबाइल फोन, दर्जनों फर्जी सिम कार्ड, डिजिटल उपकरण और ठगी में इस्तेमाल किए गए दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि साइबर अपराध पर सख्ती के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। उनका लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा साइबर अपराधियों को जेल भेजा जाए, ताकि मेवात क्षेत्र की छवि को सुधारा जा सके।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ऐसे अपराधियों के खिलाफ और बड़ी कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब इनके नेटवर्क और बाकी साथियों की भी तलाश में जुट गई है।