क्या ओडिशा में भाजपा अध्यक्ष का चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया ओडिशा में शुरू हो चुकी है।
- सांसद प्रताप सारंगी ने चुनाव की जिम्मेदारी संभाली है।
- चुनाव पारदर्शिता और सहमति के आधार पर होगा।
- पार्टी कार्यकर्ताओं में चुनाव को लेकर उत्साह है।
- भाजपा में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को महत्व दिया जाता है।
भुवनेश्वर, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया सोमवार से प्रारंभ हो चुकी है। इस चुनाव के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद प्रताप सारंगी को राज्य निर्वाचन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।
प्रताप सारंगी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पारदर्शिता, उत्साह और पार्टी के नियमों के अनुसार संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया, "नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। यह आवश्यक नहीं है कि आज ही सब कुछ तय हो जाए। यदि सहमति बनती है, तो नाम की घोषणा की जाएगी, अन्यथा चुनाव होगा।"
उन्होंने जानकारी दी कि पार्टी कार्यकर्ताओं में इस चुनाव को लेकर विशेष उत्साह है और सभी को विश्वास है कि एक योग्य और सक्षम नेता को अध्यक्ष पद का दायित्व दिया जाएगा। भाजपा में हमेशा आपसी सहमति से निर्णय लेने को प्राथमिकता दी जाती है। यदि एक से अधिक नामांकन होते हैं और सहमति नहीं बनती, तो पार्टी के नियमों के अनुसार चुनाव कराया जाएगा। लेकिन यदि सहमति बन जाती है, तो उसी आधार पर अध्यक्ष का चयन होगा।
सारंगी ने यह भी कहा कि यह पूरा चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से, निष्पक्ष रूप से और सभी को शामिल करते हुए किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "भाजपा में लोकतंत्र केवल कहने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे व्यवहार में भी लाया जाता है। चाहे नया चेहरा हो या कोई अनुभवी नेता, अंतिम निर्णय पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की राय पर निर्भर करेगा।"
विशेष उल्लेखनीय यह है कि कुछ दिन पहले भाजपा ने पश्चिम बंगाल में राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना था। बंगाल में उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब भाजपा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में अपने प्रभाव का विस्तार करने की कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि समिक भट्टाचार्य के लिए अध्यक्ष बनते ही बंगाल में सबसे बड़ी परीक्षा यह चुनाव होगी।