क्या पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से बातचीत की?

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क्या पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से बातचीत की?

सारांश

ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से बातचीत की। उन्होंने क्षेत्रीय स्थिति पर चिंता जताई है और तनाव कम करने का आह्वान किया। अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद यह वार्ता महत्वपूर्ण है। जानिए इस वार्ता में क्या बातें हुईं।

Key Takeaways

  • ईरान और इजरायल के बीच तनाव में वृद्धि।
  • अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमला।
  • पीएम मोदी की मसूद पेजेशकियन से बातचीत।
  • क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की आवश्यकता।
  • कूटनीति के माध्यम से तनाव को कम करने की अपील।

नई दिल्ली, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। ईरान और इजरायल के बीच तनाव में वृद्धि जारी है। अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर हवाई हमला किया। इस अटैक के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से बातचीत की और उन्होंने क्षेत्रीय तनाव के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमने वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की है।

पीएम मोदी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से बातचीत की। हमने मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से चर्चा की। साथ ही हाल की तनावपूर्ण घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। मैंने तत्काल तनाव कम करने, बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर चलने तथा क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता की जल्द बहाली के लिए हमारी अपील को दोहराया।"

अमेरिका ने भारतीय समयानुसार, रविवार सुबह 4:30 बजे ईरान की तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर हमला किया।

इस हमले के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि ईरान पिछले 40 वर्षों से अमेरिका के खिलाफ काम कर रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि हमले का मुख्य उद्देश्य ईरान की न्यूक्लियर एनरिचमेंट कैपेसिटी को नष्ट करना था।

वहीं, अमेरिका की एयर स्ट्राइक के बाद इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने पुष्टि की है कि ईरान ने रविवार सुबह इजरायल पर 30 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं। ईरान के हमलों में तेल अवीव, हाइफा और यरुशलम जैसे कई प्रमुख शहरों को निशाना बनाया गया।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, तेल अवीव और हाइफा में कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई। इस दौरान इजरायल का डिफेंस सिस्टम आने वाले प्रोजेक्टाइल को रोकने का प्रयास कर रहा था। आईडीएफ ने एक बयान में कहा, "इजरायली सेना ने इजरायल की ओर आने वाली ईरानी मिसाइलों की एक और सीरीज का पता लगाया है।"

Point of View

और इस स्थिति में भी हमें उसी दृष्टिकोण को बनाए रखना चाहिए।
NationPress
22/06/2025

Frequently Asked Questions

पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से क्यों बातचीत की?
पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति से बातचीत की ताकि क्षेत्रीय तनाव को कम करने और शांति बहाल करने के उपायों पर चर्चा की जा सके।
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला क्यों किया?
अमेरिका का कहना है कि ईरान की न्यूक्लियर एनरिचमेंट कैपेसिटी को नष्ट करना इस हमले का मुख्य उद्देश्य था।