क्या पीएम मोदी तीन देशों के दौरे के आखिरी पड़ाव में ओमान जा रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का ओमान दौरा भारत-ओमान संबंधों को मजबूत करेगा।
- यह यात्रा 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।
- दौरे में व्यापार और निवेश पर महत्वपूर्ण चर्चा होगी।
- पीएम मोदी ओमान में भारतीय समुदाय के साथ संवाद करेंगे।
- ओमान भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बना हुआ है।
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सुल्तान हैथम बिन तारिक के निमंत्रण पर ओमान का दौरा करेंगे। यह उनके तीन देशों के यात्रा का अंतिम चरण होगा, जिसमें जॉर्डन और इथियोपिया भी शामिल हैं।
यह पीएम मोदी का ओमान में दूसरा दौरा है, जो भारत-ओमान की रणनीतिक साझेदारी की बढ़ती गहराई को दर्शाता है।
यह यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। यह दिसंबर 2023 में सुल्तान हैथम बिन तारिक की भारत यात्रा के बाद हो रहा है, जो दोनों देशों के बीच उच्च-स्तरीय राजनीतिक संपर्क को दर्शाता है।
पीएम मोदी अपने प्रवास के दौरान सुल्तान हैथम बिन तारिक के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर गहन चर्चा करेंगे। आशा है कि बातचीत में व्यापार, निवेश, ऊर्जा सहयोग, रक्षा और सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, कृषि, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल होंगे। दोनों नेता आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
यात्रा से पहले मीडिया को जानकारी देते हुए, विदेश मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने कहा कि यह फरवरी 2018 में अपनी पिछली यात्रा के बाद पीएम मोदी का ओमान का दूसरा दौरा होगा। उन्होंने समुद्री व्यापार और लोगों के बीच संबंधों के माध्यम से सदियों पुराने संपर्कों में निहित भारत-ओमान संबंधों की स्थायी प्रकृति पर जोर दिया।
चटर्जी ने कहा, "प्रधानमंत्री ओमान के महामहिम सुल्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों के पूरे दायरे की व्यापक समीक्षा करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से एक बिजनेस फोरम में दोनों देशों के व्यवसायिक नेताओं को संबोधित करने की भी उम्मीद है, जिसका उद्देश्य वाणिज्यिक और निवेश साझेदारी को मजबूत करना है।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ओमान में भारतीय समुदाय के साथ संवाद करेंगे, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेंगे और ओमान के आर्थिक विकास में उनके योगदान को स्वीकार करेंगे।
भारत और ओमान के बीच वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत सहयोग के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी है। ओमान खाड़ी क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है, जिसमें ऊर्जा सुरक्षा, समुद्री सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता में गहरे सहयोग शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती आएगी और आने वाले वर्षों में भारत-ओमान सहयोग को नई गति मिलेगी।