क्या प्रधानमंत्री मोदी 22 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा का दौरा करके विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे?

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क्या प्रधानमंत्री मोदी 22 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा का दौरा करके विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे?

सारांश

प्रधानमंत्री मोदी 22 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा का दौरा करेंगे, जहां वे महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। यह दौरा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए विकास का नया अध्याय खोलने वाला है। जानिए इस यात्रा में क्या कुछ खास होने वाला है।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री मोदी 22 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा का दौरा करेंगे।
  • वे 5,100 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
  • जलविद्युत परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा।
  • तवांग में कन्वेंशन सेंटर की आधारशिला रखी जाएगी।
  • माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर परिसर का विकास होगा।

नई दिल्ली, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा का दौरा करेंगे। वे ईटानगर में 5,100 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के साथ-साथ एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

इसके बाद, वे त्रिपुरा का दौरा करेंगे और पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ माताबाड़ी में माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर परिसर के विकास कार्यों का उद्घाटन भी करेंगे।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "22 सितंबर, पूर्वोत्तर के विकास के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में ऊर्जा, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी प्रमुख परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। दो विशाल जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद, त्रिपुरा के उदयपुर में माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर परिसर में विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे।"

प्रधानमंत्री ईटानगर में 3,700 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली दो प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। हीओ जलविद्युत परियोजना (240 मेगावाट) और तातो-I जलविद्युत परियोजना (186 मेगावाट) अरुणाचल प्रदेश के सियोम उप-बेसिन में बनाई जाएंगी।

वे तवांग में एक अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर की भी आधारशिला रखेंगे। यह केंद्र 9,820 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, सांस्कृतिक उत्सवों और प्रदर्शनियों की मेज़बानी करेगा। 1,500 से अधिक प्रतिनिधियों की मेज़बानी करने की क्षमता के साथ यह केंद्र वैश्विक मानकों को पूरा करेगा और क्षेत्र की पर्यटन एवं सांस्कृतिक संभावना को बढ़ाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी 1,290 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जो कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, अग्नि सुरक्षा और कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावासों को लाभान्वित करेंगी। इन पहलों से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को गति मिलने, जीवन स्तर में सुधार और कनेक्टिविटी में सुधार होने की उम्मीद है।

व्यापार में सुगमता सुनिश्चित करने और उद्यमशीलता इकोसिस्टम को बढ़ावा देने की दिशा में प्रधानमंत्री हाल ही में जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाने के प्रभाव पर स्थानीय करदाताओं, व्यापारियों और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करेंगे।

भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री मोदी तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान (प्रसाद) योजना के तहत माताबाड़ी में 'माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर परिसर' के विकास कार्य का उद्घाटन करेंगे। यह त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर शहर में स्थित प्राचीन 51 शक्तिपीठों में से एक है।

इस परियोजना को ऊपर से कछुए के आकार का रूप दिया गया है, जिसमें मंदिर परिसर में सुधार, नए रास्ते, पुनर्निर्मित प्रवेश द्वार और बाड़, जल निकासी व्यवस्था, स्टालों, ध्यान कक्ष, अतिथि आवास, कार्यालय कक्षों सहित एक नए तीन मंजिले परिसर का निर्माण भी शामिल है। यह पर्यटन को बढ़ावा देने, रोजगार और व्यापार के अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा पूर्वोत्तर भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह न केवल क्षेत्र की बुनियादी ढांचे में सुधार करेगा, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाएगा। आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण भी इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
NationPress
21/09/2025

Frequently Asked Questions

प्रधानमंत्री मोदी का दौरा कब होगा?
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा 22 सितंबर को होगा।
प्रधानमंत्री मोदी किन परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे?
वे 5,100 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
कौन सी जलविद्युत परियोजनाएं हैं?
हीओ जलविद्युत परियोजना (240 मेगावाट) और तातो-I जलविद्युत परियोजना (186 मेगावाट) हैं।
कहाँ उद्घाटन का कार्यक्रम होगा?
उद्घाटन का कार्यक्रम ईटानगर और उदयपुर में होगा।
इस दौरे का महत्व क्या है?
यह दौरा पूर्वोत्तर के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।