क्या पंजाब में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी पर लगेगी लगाम? एंटी-ड्रोन सिस्टम शुरू

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब पुलिस को एंटी-ड्रोन सिस्टम से लैस किया गया है।
- 51.41 करोड़ रुपए की लागत से सिस्टम खरीदे गए हैं।
- यह तकनीक ड्रग्स और हथियारों की तस्करी को रोकने में सहायक होगी।
- पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
- सरकार नशे के खिलाफ कठोर कदम उठा रही है।
तरनतारन, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी पर काबू पाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। भगवंत मान सरकार ने पुलिस को एंटी-ड्रोन सिस्टम से लैस कर दिया है। रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तरनतारन में इसका उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार पंजाब की युवा पीढ़ी को नशे के जाल से दूर रखने और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। आम आदमी पार्टी सरकार पंजाब में नशा और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। अब पंजाब पुलिस को आधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम से सज्जित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 51.41 करोड़ रुपए की लागत से नौ हाई-टेक एंटी-ड्रोन सिस्टम खरीदे हैं। ये सिस्टम सीमा पार से ड्रोन के जरिए तस्करी रोकने में गेमचेंजर साबित होंगे। इनकी विशेषता यह है कि ये न केवल ड्रोन और उसके नियंत्रण केंद्र की सटीक स्थिति का पता लगा सकते हैं, बल्कि वास्तविक समय में खतरे के अलर्ट और स्वचालित चेतावनी भी जारी कर सकते हैं। पुलिसकर्मियों को इन सिस्टमों के प्रभावी उपयोग के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इस तकनीक से पंजाब को नशा और हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच मिलेगा।
वहीं, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नशे के खिलाफ युद्ध में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। कुछ समय पहले पंजाब में नशा सबसे बड़ी समस्या थी। पिछली सरकारों ने तस्करों के साथ मिलकर बच्चों को नशे में धकेल दिया था। ऐसा लगता था कि पूरा पंजाब बर्बाद हो रहा है। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद नशे के खिलाफ युद्ध शुरू किया गया और कई कड़े कदम उठाए गए हैं। नशे की तस्करी के पैसों से खरीदे गए संपत्तियों को ध्वस्त किया जा रहा है। बैंक खातों को सीज किया जा रहा है। इन पैसों का उपयोग पंजाब के विकास में किया जा रहा है। स्कूल और अस्पताल बनाए जा रहे हैं। अधिकांश नशा जो पंजाब में बेचा जाता है, वह सीमा पार पाकिस्तान से आता है।