क्या नवजोत कौर सिद्धू को कांग्रेस से निलंबित किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- नवजोत कौर सिद्धू को पार्टी से निलंबित किया गया है।
- उनका बयान कांग्रेस के लिए एक चेतावनी है।
- भाजपा ने इस बयान का फायदा उठाया है।
नई दिल्ली, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस की नेता और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने उनके निलंबन की पुष्टि की है。
कांग्रेस ने नवजोत कौर सिद्धू के विवादित बयान पर ध्यान देते हुए उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया। यह कार्रवाई पार्टी नेताओं पर की गई विवादित टिप्पणी के कारण की गई है।
पूर्व मंत्री नवजोत कौर सिद्धू ने दावा किया था, "मुख्यमंत्री वही बनता है जो 500 करोड़ रुपए की अटैची देता है।"
उन्होंने शनिवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू तभी सक्रिय राजनीति में लौटेंगे जब कांग्रेस उन्हें पंजाब में पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करेगी। उनके पास किसी पार्टी को देने के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन वे पंजाब को एक 'सुनहरा राज्य' बना सकते हैं। हालांकि, उनके पास 500 करोड़ रुपए नहीं हैं, जो वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए दे सकें।
नवजोत कौर के इस बयान ने पंजाब से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस में हलचल मचा दी। भाजपा ने इस बयान को लेकर आरोप लगाया कि कांग्रेस पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस न तो पार्टी के लोकतंत्र का सम्मान करती है और न ही देश के लोकतंत्र में विश्वास रखती है।
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने नवजोत कौर सिद्धू पर पलटवार करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर जाने की सलाह दी।
राजपूत ने कहा कि नवजोत कौर सिद्धू बीमार होने के बाद शायद दवाओं के असर से मानसिक संतुलन खो बैठी हैं। उन्हें एक अच्छे चिकित्सक की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि नवजोत कौर सिद्धू और नवजोत सिंह सिद्धू दोनों ही कांग्रेस में भाजपा से आए थे। तो क्या वे भाजपा में कोई अटैची देकर आए थे? नवजोत कौर को यह समझना चाहिए कि यही वे थीं, जो कांग्रेस की बढ़ाई करते नहीं थकती थीं।