क्या राजस्थान विधानसभा में 'स्पाई कैमरा' विवाद है? अध्यक्ष देवनानी ने विपक्ष के आरोपों को नकारा

सारांश
Key Takeaways
- राजस्थान विधानसभा में सुरक्षा के लिए कैमरे लगाए गए हैं।
- विपक्ष के आरोप निराधार हैं।
- सर्वदलीय बैठकों में सभी दलों को भाग लेना चाहिए।
जयपुर, ११ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली द्वारा आरोपित किए गए स्पाई कैमरा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि स्पाई कैमरा का अर्थ किसी एक व्यक्ति की जासूसी करना नहीं है, बल्कि इसका तात्पर्य सभी पर नजर रखने से है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में वासुदेव देवनानी ने कहा, "कुछ राजनीतिक दल पूरे देश में संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बनाते हैं और यह कार्य वे यहां भी कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट सहित कई संवैधानिक संस्थाओं को पहले भी निशाना बनाया जा चुका है और राजस्थान में भी यही स्थिति देखी जा रही है।"
उन्होंने बताया कि विधानसभा में दो अतिरिक्त कैमरे लगाए गए हैं, जो ३६० डिग्री पर पूरे सदन की निगरानी करते हैं। ये कैमरे केवल विधायकों पर ही नहीं, बल्कि आसन पर बैठे अध्यक्ष पर भी नजर रखते हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से ये कैमरे बेहद आवश्यक हैं। नेता प्रतिपक्ष का आरोप पूरी तरह से निराधार है।
उन्होंने स्पाई कैमरा शब्द के उपयोग पर भी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि स्पाई कैमरा का मतलब किसी एक व्यक्ति की जासूसी करना होता है, जबकि विधानसभा में लगे कैमरे बड़े और सभी पर नजर रखने वाले होते हैं, जो सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब से यह बिल्डिंग बनी है, तब से यहां कैमरे लगे हुए हैं। नई तकनीक को देखते हुए बदलाव किया जा रहा है, और हर संस्थान में सुरक्षा के लिए उपाय किए जाते हैं। नेता प्रतिपक्ष केवल मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रहे हैं।
देवनानी ने विपक्ष पर सर्वदलीय बैठकों में सहयोग न करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "जब भी ऐसी बैठक बुलाई जाती है, अन्य दल आते हैं, लेकिन एक विशेष दल अपनी सुविधानुसार समय तय करवाता है और फिर बैठक में शामिल नहीं होता। यह मुद्दा केवल एक ही पार्टी का है। तीन अन्य विपक्षी दल कुछ नहीं बोलते।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरा उद्देश्य है कि सदन में जनता के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। जनता ने हमें जिस कार्य के लिए यहां भेजा है, हमें उसे पूरा करना चाहिए। सर्वदलीय बैठकों में यदि सभी लोग भाग लें तो यह अच्छा रहेगा।"