क्या रांची में पुलिस के साथ मुठभेड़ में अपराधी घायल हुए?

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क्या रांची में पुलिस के साथ मुठभेड़ में अपराधी घायल हुए?

सारांश

रांची में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ में राहुल दुबे गैंग के चार अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में दो अपराधी घायल हुए और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए। क्या यह कार्रवाई झारखंड में बढ़ रहे अपराधों को रोकने में सहायक सिद्ध होगी?

Key Takeaways

  • रांची में पुलिस ने राहुल दुबे गैंग के चार अपराधियों को गिरफ्तार किया।
  • मुठभेड़ में दो अपराधी घायल हुए हैं।
  • पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए।
  • यह मुठभेड़ झारखंड में अपराध के खिलाफ पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है।
  • घायल अपराधियों की पहचान की जा चुकी है।

रांची, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की राजधानी रांची के खलारी थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह पुलिस और कुख्यात अपराधी राहुल दुबे गैंग के बीच एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ हुई है। दोनों ओर से चली गोलीबारी में गैंग के दो अपराधी गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने मौके पर कुल चार अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस का जखीरा बरामद किया गया है।

रांची के एसएसपी राकेश रंजन को यह जानकारी मिली थी कि राहुल दुबे गिरोह के सदस्य खलारी इलाके में किसी बड़ी आपराधिक वारदात की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के आधार पर ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। जैसे ही टीम ठाकुरगांव, खलारी और रातू थाना क्षेत्र की सीमा पर पहुंची, अपराधियों ने पुलिस को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।

पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो अपराधी गोली लगने से घायल हुए, जिन्हें गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं, दो अन्य अपराधियों को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया। पुलिस ने घटनास्थल से आठ पिस्टल, दर्जनों कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए हैं। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। घायल अपराधियों की पहचान साजन अंसारी और अमित गुप्ता के रूप में हुई है, जो लंबे समय से राहुल दुबे गैंग के लिए काम कर रहे थे।

गिरफ्तार दोनों अन्य अपराधियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, कुछ महीने पहले गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद राहुल दुबे ने गिरोह की कमान संभाली थी। हाल के दिनों में कोयलांचल क्षेत्र में रंगदारी की वसूली रुक जाने के बाद गिरोह ने फिर से दहशत फैलाने की योजना बनाई थी।

इसी क्रम में, गिरोह के करीब एक दर्जन सदस्य हथियारों के साथ खलारी इलाके की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस को समय रहते उनकी गतिविधियों की जानकारी मिल गई। चार थानों की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने गिरोह को घेर लिया। मुठभेड़ के बाद पुलिस आसपास के क्षेत्र में सघन सर्च ऑपरेशन चला रही है।

Point of View

यह घटना यह दर्शाती है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ ठोस कदम उठा रही है। झारखंड में कानून व्यवस्था को बनाए रखना एक चुनौती है, और इस तरह की मुठभेड़ें यह संकेत देती हैं कि पुलिस अपने कर्तव्यों के प्रति सजग है। हालांकि, इसके साथ ही हमें यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं समाज में सुरक्षा के बुनियादी सवाल उठाती हैं।
NationPress
10/10/2025

Frequently Asked Questions

रांची में पुलिस की मुठभेड़ का कारण क्या था?
रांची में मुठभेड़ का कारण यह था कि पुलिस को सूचना मिली थी कि राहुल दुबे गैंग के सदस्य खलारी इलाके में किसी बड़ी आपराधिक वारदात की योजना बना रहे थे।
गिरफ्तार अपराधियों के पास से क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तार अपराधियों के पास से आठ पिस्टल, दर्जनों कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने कितने अपराधियों को गिरफ्तार किया?
पुलिस ने मौके से कुल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया।
घायल अपराधियों की पहचान क्या है?
घायल अपराधियों की पहचान साजन अंसारी और अमित गुप्ता के रूप में हुई है।
राहुल दुबे गैंग का हालिया इतिहास क्या है?
राहुल दुबे गैंग ने हाल के दिनों में कोयलांचल क्षेत्र में रंगदारी की वसूली में बाधा आने के बाद फिर से दहशत फैलाने की योजना बनाई थी।