क्या स्ट्रीट डॉग्स पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नकारात्मक प्रभाव होंगे? : सोनाली बेंद्रे

Click to start listening
क्या स्ट्रीट डॉग्स पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नकारात्मक प्रभाव होंगे? : सोनाली बेंद्रे

सारांश

सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले ने स्ट्रीट डॉग्स के भविष्य को लेकर चिंता पैदा की है। सोनाली बेंद्रे ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है और बताया है कि यह निर्णय कई नकारात्मक प्रभाव ला सकता है। जानें इस विषय पर उनकी राय और कुत्तों की स्थिति को लेकर उनकी चिंताएँ।

Key Takeaways

  • सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्ट्रीट डॉग्स के लिए शेल्टर होम में रहने का आदेश देता है।
  • सोनाली बेंद्रे ने नकारात्मक प्रभावों की बात की है।
  • स्थानीय लोग कुत्तों को खाना देकर प्रेम दिखाते हैं।
  • शेल्टर में कुत्तों की देखभाल करना मुश्किल होगा।
  • पशु प्रेमियों ने फैसले का विरोध किया है।

नई दिल्ली, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। हिंदी फिल्म और टीवी जगत में कई ऐसे सितारे हैं, जो हमेशा से पशु अधिकारों के लिए आवाज उठाते आए हैं। रवीना टंडन और सोनाली बेंद्रे से लेकर रूपाली गांगुली तक, सभी ने आवारा कुत्तों के लिए समर्थन किया है। हाल ही में, सोनाली बेंद्रे ने सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए गए फैसले के नकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला है और इस विषय पर एक विस्तृत पोस्ट साझा की है।

सोनाली बेंद्रे एक पॉडकास्ट शो का संचालन करती हैं, जिसमें वह पशु अधिकारों और उनकी देखभाल पर चर्चा करती हैं। इस शो के माध्यम से, उन्होंने बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कई नकारात्मक प्रभाव सामने आ सकते हैं। हमारे पास कुत्तों के लिए शेल्टर होम नहीं हैं, और इतने सारे कुत्तों को एकत्र करने से उनमें बीमारियों का खतरा बढ़ जाएगा। इसके अलावा, जो लोग कुत्तों से नफरत करते हैं, वे गलत तरीके से उनके साथ दुर्व्यवहार कर सकते हैं।

पोस्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि स्थानीय लोग स्ट्रीट डॉग्स को खाना देकर अपना प्यार जताते हैं, लेकिन जब ये कुत्ते शेल्टर में जाएंगे, तो उनका ध्यान रखना मुश्किल होगा, क्योंकि वहां देखभाल करने वाला कोई नहीं होगा।

सोनाली ने लिखा, "वे सुरक्षा करते हैं, साथ देते हैं और बदले में कुछ नहीं मांगते। इस तरह का एक निर्णय हमारे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।"

जानकारी के लिए बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, रेलवे स्टेशन, पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थानों से स्ट्रीट डॉग्स को हटाकर शेल्टर होम में रखा जाना है। पशु प्रेमियों ने इस फैसले का विरोध करते हुए याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने 7 नवंबर को फैसले में किसी भी प्रकार का बदलाव करने से इनकार कर दिया था।

सोनाली बेंद्रे पशु अधिकारों और कुत्तों की देखभाल पर शो होस्ट करती हैं, जिसका नाम है "द हैप्पी पॉडकास्ट"। इस शो पर कुत्तों से प्यार करने वाले कई प्रसिद्ध चेहरे नजर आ चुके हैं। इसके अलावा, उन्हें टीवी रियलिटी शो 'पति-पत्नी और पंगा' में भी देखा गया था।

Point of View

यह स्पष्ट है कि पशु अधिकारों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह निर्णय न केवल कानून के अनुसार हो, बल्कि पशु कल्याण के लिए भी सहायक हो।
NationPress
21/11/2025

Frequently Asked Questions

सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्या है?
सुप्रीम कोर्ट ने स्ट्रीट डॉग्स को रेलवे स्टेशन, पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थानों से हटाकर शेल्टर होम में रखने का आदेश दिया है।
सोनाली बेंद्रे ने इस फैसले के बारे में क्या कहा?
सोनाली बेंद्रे ने इस फैसले के नकारात्मक प्रभावों पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि इससे कुत्तों की देखभाल में कठिनाई होगी।
पशु अधिकारों के लिए कौन-कौन से स्टार्स आवाज उठाते हैं?
रवीना टंडन, सोनाली बेंद्रे, और रूपाली गांगुली जैसे सितारे पशु अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठाते रहे हैं।
Nation Press