क्या तमिलनाडु में कांग्रेस सांसदों ने मुख्यमंत्री स्टालिन से लंबित मुद्दों पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- बैठक सकारात्मक माहौल में हुई।
- मुख्यमंत्री ने सांसदों को समाधान का आश्वासन दिया।
- कांग्रेस ने अपने अनुरोध पत्र सौंपे।
- आगामी चुनावों के लिए सहयोग पर चर्चा हुई।
- डीएमके और कांग्रेस का गठबंधन मजबूत है।
चेन्नई, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और कांग्रेस सांसदों के बीच हुई बैठक एक सकारात्मक वातावरण में संपन्न हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सांसदों के संसदीय क्षेत्रों से जुड़े लंबित मुद्दों के समाधान को तेजी से आगे बढ़ाना था।
बैठक के बाद तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सेल्वापेरुंथगई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बैठक का लक्ष्य सांसदों के क्षेत्रों में लंबित मुद्दों के त्वरित समाधान में मदद करना था।
मुख्यमंत्री ने सांसदों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा और विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विशिष्ट परियोजनाओं और योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
कन्याकुमारी के सांसद विजय वसंत ने कन्याकुमारी में एक हवाई अड्डे की मांग की। तिरुनेलवेली के सांसद रॉबर्ट ब्रूस ने तमिराबरनी नदी के लिए एक विशेष योजना का प्रस्ताव रखा। होसुर के सांसद गोपीनाथ ने होसुर के लिए एक हवाई अड्डे का अनुरोध किया।
कांग्रेस सांसदों ने मुख्यमंत्री स्टालिन को अपने अनुरोध पत्र सौंपे। बैठक सकारात्मक रूप से संपन्न हुई, जिसमें डीएमके और कांग्रेस के बीच कोई विवाद नहीं दिखाई दिया।
आगामी चुनावों के लिए सहयोग पर भी चर्चा हुई, जिसमें करूर की सांसद जोथिमणि सेन्निमलाई ने गठबंधन को मजबूत करने के सुझाव दिए।
जोथिमणि ने कहा कि राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन कुछ मुद्दे अस्थायी होते हैं और अधिक समय तक नहीं टिकते। डीएमके और कांग्रेस का गठबंधन मजबूत है और हमारे बीच कोई बड़ी समस्या नहीं है।
जहां तक विजय का सवाल है, वे सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं। हर शनिवार वे दो जिलों का दौरा कर रहे हैं। शनिवार को करूर उनके कार्यक्रम में शामिल है। वे राजनीति में नए हैं, लेकिन एक पार्टी अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। चुनाव यह तय करेंगे कि उनकी लोकप्रियता वोटों में परिवर्तित हो पाती है या नहीं। हमें बस इंतजार करना होगा।