क्या तेजस्वी यादव ने बिहार में हो रहे अपराधों पर सही सवाल उठाए?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई है।
- बिहार सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाए गए हैं।
- सड़कें खून से लाल होने का आरोप।
- जल्दी न्याय की मांग की गई।
- 16 सितंबर से यात्रा पर निकलने की योजना।
पटना, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश सरकार पर तीखा हमला किया। उनका कहना है कि बिहार में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और सड़कों पर खून का रंग बिखरा हुआ है।
पत्रकारों के साथ चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा, "बिहार सरकार पूरी तरह से असफल हो गई है। सड़कें खून से लाल हो गई हैं और सरकार कोमा में है। मुझे सूचना मिली है कि खरौली विधायक के ड्राइवर की हत्या कर दी गई है। यह सुनियोजित तरीके से हत्याएं हो रही हैं।"
उन्होंने कहा, "यह कितनी घिनौनी मानसिकता है। एक हत्या हुई है और उपमुख्यमंत्री ऐसे बयान दे रहे हैं, यह शर्मनाक है। सोचिए, सत्ता ऐसे लोगों के हाथों में कैसे आ गई है? वे कहते हैं कि हमें चुप रहना चाहिए, क्योंकि इससे हमें फायदा है।"
तेजस्वी ने यह भी कहा कि इस तरह का बयान बेहद शर्मनाक है, ऐसे लोग उपमुख्यमंत्री बन गए हैं जो लायक नहीं हैं। जो भी अपराधी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। लोगों को जल्दी न्याय मिलना चाहिए।
राजद नेता ने कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां पर एआई-जनरेटेड वीडियो पोस्ट करने पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है, मैंने वीडियो नहीं देखा।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि भाजपा केवल असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। नरेंद्र मोदी के शब्द सबने सुने हैं। भाजपा ने अपमानित किया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार को डीएनए की गाली दी गई थी।
बिहार यात्रा की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 16 सितंबर से फिर से यात्रा पर निकलेंगे। हम उन जिलों का दौरा करेंगे जहां हम पहले नहीं जा पाए थे और वहां के लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगामी बिहार दौरे पर तेजस्वी ने कहा कि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए वे आ रहे हैं। चुनाव तक वे वादे करेंगे और चुनाव के बाद सब भूल जाएंगे। यही उनका तरीका है।