क्या तेजस्वी का पहला हमला अपनी बहन रोहिणी आचार्य पर हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का पहला हमला अपनी बहन पर हुआ।
- लालू परिवार में गंभीर कलह चल रही है।
- संजय निरुपम ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।
- रॉबर्ट वाड्रा की राजनीतिक स्थिति अस्पष्ट है।
- परिवार को विवादों का समाधान खुद करना चाहिए।
मुंबई, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लालू परिवार में रोहिणी आचार्य के साथ हुई बदसलूकी और अपमान को लेकर तेज प्रताप यादव के बयान पर शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने चुनाव के समय ‘मां-बहन योजना’ की घोषणा की थी। उनका पहला हमला अपनी बहन रोहिणी पर हुआ।
निरुपम ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि तेजस्वी यादव ने चुनाव के समय ‘मां-बहन योजना’ की घोषणा की थी, लेकिन सरकार न बनने के बाद उनका पहला हमला अपनी ही बहन पर हुआ। उन्होंने कहा कि खुद उनकी बहन ने सार्वजनिक रूप से चप्पल फेंकने की घटना का जिक्र किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि लालू यादव के परिवार में गंभीर कलह चल रही है। इस महाभारत के पहले शिकार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव थे, जिन्हें घर से निकाल दिया गया। दूसरा शिकार उनकी बहन रोहिणी हैं। आगे कितने शिकार होंगे, यह किसी को नहीं पता। परिवार को आपस में बैठकर विवादों का समाधान करना चाहिए। जिस तरह से लालू यादव ने पूरे प्रदेश में जंगलराज स्थापित किया था, उसी तरह उनके परिवार में भी जंगलराज बन गया है।
संजय निरुपम ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को आतंकवादियों से सहानुभूति है, जबकि आरएसएस एक देशभक्त संगठन है। जब देशभक्त लोग इन्हें आतंकवादी और आतंकवादी इन्हें देशभक्त लगते हैं, तो कांग्रेस की वर्तमान दुर्गति का कारण स्पष्ट हो जाता है। यही इसकी राजनीतिक गिरावट का सबसे बड़ा कारण है।
इसके अलावा, बिहार चुनाव के संदर्भ में रॉबर्ट वाड्रा के आंदोलन वाले बयान पर संजय निरुपम ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा की राजनीतिक स्थिति अस्पष्ट है, कोई नहीं जानता वे किस पार्टी में हैं। निरुपम ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा आंदोलन होता है तो जनता वाड्रा के भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी होगी और उनके अवैध रूप से बनाए गए साम्राज्य को ध्वस्त कर देगी।