क्या तेलंगाना राइजिंग 2047 विजन पर सीएम रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को दिए निर्देश?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की समीक्षा बैठक में विकास की स्पष्ट नीतियों की चर्चा हुई।
- 'तेलंगाना राइजिंग 2047 विजन' राज्य के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है।
- सभी अधिकारियों को जवाबदेही के साथ कार्य करने का निर्देश दिया गया।
- विभागों के बीच समन्वय आवश्यक है।
- मुख्य सचिव हर महीने सचिवों की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
हैदराबाद, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हैदराबाद स्थित सचिवालय में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सभी विभागों के सचिवों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव रामकृष्ण राव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर अब तक की उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बताया कि जनता की सरकार का गठन दो वर्ष पहले हुआ था। इन दो वर्षों में सरकार ने कई महत्वपूर्ण सफलताएं हासिल की हैं और भविष्य के लिए ठोस योजनाएं तैयार की गई हैं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पहले ऊर्जा, शिक्षा, सिंचाई और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों में स्पष्ट नीति के अभाव के कारण कई समस्याएं उत्पन्न हुईं, लेकिन अब सरकार ने इन सभी प्रमुख विभागों के लिए स्पष्ट नीतियाँ बना ली हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 'तेलंगाना राइजिंग 2047 विजन डॉक्यूमेंट' जारी किया गया है। इसके तहत राज्य को क्योर, प्योर और रेयर श्रेणियों में विभाजित करके योजनाबद्ध तरीके से विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अब स्पष्ट नीतियों और प्रक्रियाओं के साथ आगे बढ़ रही है।
रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि चाहे कार्ययोजना कितनी भी उत्कृष्ट क्यों न हो, उसे धरातल पर लागू करने के लिए अधिकारियों का सहयोग और जिम्मेदारी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को जवाबदेही के साथ काम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्य सचिव हर महीने सभी सचिवों के कार्यों की समीक्षा करेंगे और सचिवों को हर महीने अपनी प्रगति रिपोर्ट मुख्य सचिव को प्रस्तुत करनी होगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री स्वयं हर तीन महीने में अधिकारियों के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि विभागों और उनके अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल नहीं होगा, तो किसी भी योजना का सही परिणाम नहीं मिल पाएगा। विकास के कार्यों में समन्वय अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विभिन्न विभागों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया जाए, ताकि राज्य के विकास लक्ष्यों को समय पर प्राप्त किया जा सके।