क्या अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार के लिए नोबेल पुरस्कार मिल सकता है?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं।
- दिल्ली सरकार जनहित में काम करने का दावा कर रही है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्यवाही की आवश्यकता है।
- राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप सामान्य हैं।
- जनता को सही निर्णय लेने की जरूरत है।
नई दिल्ली, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर तीखा प्रहार किया।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि केजरीवाल को नोबेल पुरस्कार तभी मिल सकता है, यदि यह पुरस्कार भ्रष्टाचार, अक्षमता और अराजकता के लिए दिया जाए।
सचदेवा ने केजरीवाल पर कई घोटालों के आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने शराब, स्कूल, पीडब्ल्यूडी, पैनिक बटन, राशन, और यमुना सफाई जैसे मुद्दों में अनियमितता की है। जनता ने उनके कारनामों के चलते उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया है। केजरीवाल की हरकतें, जैसे उपराज्यपाल के घर में बदतमीजी और महिला सांसद के साथ मारपीट, नोबेल पुरस्कार की हकदार हैं।
उन्होंने केजरीवाल के शासनकाल को दिल्ली के लिए हानिकारक बताया और कहा कि उन्होंने दिल्ली को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बेसहारा बहनों की पेंशन और राशन तक को नहीं बख्शा। केजरीवाल ने हमेशा दिल्ली की जनता के हितों के साथ खिलवाड़ किया, लेकिन अब इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। दिल्ली की मौजूदा सरकार लोगों के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की हालिया बैठक का भी उल्लेख किया और कहा कि दिल्ली सरकार जनता के हित में निरंतर प्रयास कर रही है। यदि आम आदमी पार्टी की ओर से कोई सकारात्मक सुझाव आएगा, तो सरकार उस पर विचार करेगी।
सचदेवा ने जोर देकर कहा कि दिल्ली सरकार जनता की भलाई के लिए हर संभव कदम उठाने को तत्पर है। उनका कहना था कि केजरीवाल के नेतृत्व और उनकी नीतियों को जनता के लिए हानिकारक बताया। साथ ही, दिल्ली सरकार के प्रयासों को जनहित में बताया गया और भविष्य में बेहतर निर्णय लेने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            