क्या यमुना एक्सप्रेसवे पर हुआ हादसा यात्रियों के लिए बड़ा खतरा बन गया?
सारांश
Key Takeaways
- दुर्घटना के समय बस में 60 यात्री थे।
- 14 यात्री घायल हुए, लेकिन कोई जान नहीं गई।
- चालक और कंडक्टर फरार हो गए।
- अधिकारी राहत कार्य में जुटे रहे।
- स्थानीय पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखी।
ग्रेटर नोएडा, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार रात दिल्ली से वाराणसी की ओर जा रही एक डबल डेकर बस अचानक असंतुलित होकर पलट गई। यह दुर्घटना दनकौर थाना क्षेत्र में लगभग 12.5 किलोमीटर के पास हुई। बस में लगभग 60 यात्रियों की उपस्थिति थी, जिनमें से 14 लोग घायल हुए हैं।
इस हादसे में किसी की जान ना जाने की ख़बर से राहत मिली है, अन्यथा यह स्थिति बहुत भयानक हो सकती थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जैसे ही बस असंतुलित हुई, वह बाईं ओर झुककर पलट गई। बस से गिरा सामान सड़क पर चारों ओर बिखर गया, जिससे कुछ समय के लिए एक्सप्रेसवे पर अराजकता का माहौल बन गया। दुर्घटना के तुरंत बाद, नजदीक से गुजर रहे वाहन चालकों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया।
जब पुलिस और यमुना एक्सप्रेसवे स्टाफ मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
पुलिस ने बताया कि 14 घायल यात्रियों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, जबकि कुछ को मामूली चोटें आई थीं। सभी घायलों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। इस घटना के बाद एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा, लेकिन पुलिस ने क्रेन की मदद से बस को किनारे कर यातायात को सामान्य कर दिया।
यह जानकर हैरानी हुई कि दुर्घटना के बाद बस का चालक और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है और इस मामले में पूछताछ की जा रही है।
यह माना जा रहा है कि तेज रफ्तार या लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। हालांकि, असली कारणों की पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी।
स्थानीय पुलिस ने कहा कि मौके पर कानून और शांति व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है और यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।